अपडेटेड May 9th 2025, 13:10 IST
India-Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। इस बीच दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की हाईलेवल मीटिंग हुई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस मीटिंग में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के अलावा तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल रहे।
पाकिस्तान लगातार उकसावे की कार्रवाई करते हालातों को जंग की ओर धकेल रहा है। भारत ने हाल ही में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद आतंकवाद पर प्रहार किया था। पाकिस्तान के भीतर बने 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया था। इससे पाकिस्तान पूरी तरह बौखलाया हुआ है और उसने लगभग जंग जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। भारत भी पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दे रहा है। हालांकि पाकिस्तान की बोलती बंद करने के लिए भारत आगे भी कदम उठा रहा है। इसी क्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली में मीटिंग की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मीटिंग में पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा स्थिति और भारतीय सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान की मौजूदगी में थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने अपनी बातें रखीं। रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह भी इस बीच मौजूद रहे।
पाकिस्तान ने देर रात फिर उकसावे की कार्रवाई की। पाकिस्तान की तरफ से 50 के करीब ड्रोन आए। मिसाइलों के जरिए भारत में कुछ जगहों को निशाना बनाया गया। हालांकि जम्मू कश्मीर, पंजाब और राजस्थान की सीमाओं पर रात में युद्ध जैसी स्थिति बनी रही। क्योंकि पाकिस्तान के हमलों को भारत ने वहां पर नाकाम किया। मुठभेड़ में L-70 गन, Zu-23 मिमी, शिल्का सिस्टम और अन्य उन्नत काउंटर-UAS उपकरणों का व्यापक उपयोग किया गया, जो हवाई खतरों का मुकाबला करने की सेना की मजबूत क्षमता को दर्शाता है।
पब्लिश्ड May 9th 2025, 13:10 IST