अपडेटेड 10 June 2025 at 16:07 IST
इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए खुलासे हो रहे हैं। जांच में सामने आया है कि यह हत्याकांड सोची-समझी साजिश थी, जिसकी मास्टरमाइंड खुद सोनम रघुवंशी थी। इस मर्डर केस में मृतक की पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके प्रेमी राज कुशवाहा समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मेघालय पुलिस ने सभी आरोपियों को बीती रात कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर लेकर शिलांग लाया गया। सोनम को पटना से कोलकाता और फिर वहां से शिलांग ले जाया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी आरोपियों से पूछताछ में जो बात सामने आई है, उसके अनुसार राजा को पहले किसी धारदार हथियार से मारने का प्लान नहीं था बल्कि उसे हजार फिट गहरी खाई में धक्का देने का इरादा था। सोनम इस तरह से राजा को मारना चाहती थी कि वो हादसा दिखे। मगर मामला तब बिगड़ गया जब राजा रघुवंशी को धक्का देने में आरोपी कामयाब नहीं हो सके।
राजा रघुवंशी को पहले हजार फिट गहरी खाई में धक्का देने की कोशिश की गई। मगर राजा ने पूरे ताकत से इसका विरोध किया। मजबूत शरीर होने की वजह से वह आरोपियों पर भारी पड़ने लगा। इसी दौरान पीछे से आनंद ने चाकू से राजा के गर्दन पर वार किया, पहला वार आनंद ने किया लेकिन राजा लड़ता रहा। इसके बाद सोनम ने चिल्लाकर कहा 'अब मार दो इसे'। इसके बाद पीछे से ही अगला वार विशाल ने किया।
बहुत ज्यादा खून बहने की वजह से राजा लड़ नहीं पाया और गिर गया। इसके बाद आरोपियों ने उसे खाई में फेंकने की कोशिश की, लेकिन जब वह फेंक नहीं पा रहे थे तो सोनम ने भी राजा को खाई में फेंकने में मदद की। पुलिस को आशंका है की खाई में फेंके जाने तक राजा जिंदा था। प्लान में ऐसी गड़बड़ी होने के बाद सभी आरोपी घबरा गए थे।
पहला प्लान फेल होने के बाद सोनम ने लूट जैसी कहानी बनाने की कोशिश की। फिर राजा के शरीर से सोने के चेन और अंगूठी निकाल दी। हालांकि अभी तक ये साफ नहीं है कि सोनम इतने दिन कहां गायब रही और अचानक गाजीपुर कैसी पहुंच गई। फिलहाल आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, जानकारी के मुताबिक अब सोनम से उनका सामना होगा तो सारे तथ्य सामने आएंगे। मामले ने न केवल मेघालय बल्कि देशभर में सनसनी फैला दी है।
बता दें कि राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को पूरे रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुई थी। शादी के ठीक नौ दिन बाद, 20 मई को यह जोड़ा हनीमून मनाने के लिए मेघालय रवाना हुआ। 23 मई को दोनों शिलांग के पर्यटन स्थल नोंग्रियाट गांव स्थित डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज घूमने गए थे। उसी दिन से दोनों संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए। कई दिनों तक तलाशी अभियान के बाद 2 जून को राजा रघुवंशी का शव वेईसावडॉन्ग वॉटरफॉल के पास एक खाई में बरामद हुआ। शव की पहचान उनके हाथ पर बने टैटू से की गई।
पब्लिश्ड 10 June 2025 at 16:00 IST