अपडेटेड 28 April 2025 at 23:36 IST

भारत-फ्रांस के बीच राफेल-M डील डन, डसॉल्ट एविएशन CEO ने दोनों देशों के बीच 70 साल पुरानी दोस्ती को लेकर कही खास बात

भारत और फ्रांस के बीच 63 हजार करोड़ के राफेल डील को लेकर डसॉल्ट एविएशन के CEO एरिक ट्रैपियर का बयान सामने आया। उन्होने दोनों देशों के संबंध पर प्रकाश डाला।

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India France Rafale Deal Done.
भारत-फ्रांस के राफेल डील पर डसॉल्ट एविएशन के सीईओ का बयान। | Image: PTI

भारत और फ्रांस के बीच 63 हजार करोड़ की राफेल मरीन डील पक्की हो गई। डसॉल्ट एविएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अध्यक्ष एरिक ट्रैपियर ने सोमवार को भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल विमानों की खरीद के लिए भारत और फ्रांस के बीच अंतर-सरकारी समझौते (IGA) का स्वागत किया। उन्होंने भारत और फ्रांस के बीच 70 साल पुराने संबंधों का जिक्र किया और भारत की संप्रभु शक्ति की खोज में उसके साथ खड़े रहने, रणनीतिक चुनौतियों का समाधान करने और भविष्य के लिए उसके महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण का समर्थन करने की डसॉल्ट एविएशन की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

डसॉल्ट एविएशन की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में एरिक ट्रैपियर ने कहा, "डसॉल्ट एविएशन और उसके साझेदारों की ओर से मैं भारतीय अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिनके साथ हम 70 वर्षों से अधिक समय से काम कर रहे हैं। उन्होंने हम पर जो विश्वास जताया है, उसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं और भारत की संप्रभुता, उसकी रणनीतिक चुनौतियों और भविष्य के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति में योगदान देने के लिए उनके साथ खड़े रहने के हमारे दृढ़ निश्चय की पुष्टि करता हूं।"

समझौते के दौरान मौजूद थे डसॉल्ट एविएशन के सीईओ

भारत और फ्रांस के बीच हुए इस समझौते पर हस्ताक्षर के समय डसॉल्ट एविएशन के सीईओ मौजूद थे। यह समझौता जुलाई 2023 में की गई घोषणा के बाद हुआ है, जिसमें कहा गया था कि राफेल मरीन का चयन किया जाएगा। इसके साथ ही भारतीय नौसेना अंतरराष्ट्रीय परामर्श के बाद फ्रांस के बाहर इस विमान का पहला उपयोगकर्ता बन जाएगी।

'राफेल मरीन की क्षमताओं से संतुष्ट हैं भारतीय अधितकारी'

डसॉल्ट के अनुसार, यह समझौता इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय अधिकारी विमान की क्षमताओं से संतुष्ट हैं और इसके परिचालन उपयोग का विस्तार करना चाहते हैं। इसमें आगे कहा गया है, "यह नया अधिग्रहण भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक संबंधों के महत्व और राष्ट्रीय संप्रभुता के एक आवश्यक वाहक के रूप में राफेल की मान्यता को प्रमाणित करता है।"

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बयान में आगे कहा गया, "यह सात दशक पहले तूफानी को शामिल किए जाने के बाद से भारतीय सेना की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डसॉल्ट एविएशन की प्रतिबद्धता और 'मेक इन इंडिया' नीति और 'स्किल इंडिया' पहल में अपने महत्वपूर्ण योगदान के माध्यम से भारतीय हितों की सेवा में भारत में अपनी उपस्थिति को सफल बनाने के लिए इसके दृढ़ संकल्प का सम्मान करता है।"

भारतीय नौसेना को फ्रांसीसी नौसेना के अनुभव से होगा लाभ

राफेल मरीन भारतीय सशस्त्र बलों को अत्याधुनिक क्षमताएं प्रदान करेगा और भारतीय नौसेना को फ्रांसीसी नौसेना के अनुभव से लाभ होगा, जो पहले से ही इस विमान का संचालन कर रही है। भारतीय वायु सेना के साथ पहले से ही सेवा में मौजूद 36 राफेल के अलावा, राफेल मरीन राष्ट्रीय संप्रभुता और एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के रूप में भारत की भूमिका को मजबूत करने में मदद करेगा।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 28 April 2025 at 23:36 IST