अपडेटेड 29 May 2025 at 22:28 IST

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को बड़ी सफलता, जासूसी के आरोप में राजस्थान से कासिम गिरफ्तार, पाकिस्तान में ले चुका है ट्रेनिंग

पाकिस्तान को भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां देने के आरोप में एक जाससू को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम कासिम है जो मेवात का रहने वाला है।

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Qasim arrested from Rajasthan
Qasim arrested from Rajasthan | Image: Republic

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है। स्पेशल सेल ने जासूसी के आरोप में मेवात से एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम कासिम है। कासिम पाकिस्तान जा चुका है और ट्रेनिंग ले चुका है। आरोप है कि कासिम सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी ISI को देता था।

कासिम को स्पेशल सेल ने कोर्ट में पेश करके उसकी कस्टडी ली है। सूत्रों के मुताबिक, कासिम को राजस्थान के डींग जिले से गिरफ्तार किया गया है। कासिम का भाई ISI का एजेंट था जो फरार चल रहा है। कासिम पिछले साल पाकिस्तान गया था और एक महीने वहां पर रुका था। इस एक महीने में उसने ISI के लिए जासूसी की ट्रेनिंग ली।

भारत में रहकर लोगो को रेडिकलाइज कर रहा था कासिम

कासिम भारत में रहकर लोगो को रेडिकलाइज कर रहा था। कासिम को सबसे पहले राजस्थान पुलिस ने पकड़ा था। इसके बाद कासिम से लगातार पूछताछ चल रही थी। कासिम से केंद्रीय जांच एजेंसियों ने भी लंबी पूछताछ की है। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने कासिम को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दिया। कासिम ने दावा किया कि उसकी बुआ पाकिस्तान में रहती है।  कासिम पिछले साल और इस साल ईद पर टूरिस्ट वीजा के जरिए कुल दो बार पाकिस्तान जा चुका है। राजस्थान से पहले कासिम दिल्ली में भी रह चुका है।

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खुफिया जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था कासिम

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के मुताबिक सितंबर 2024 में, स्पेशल सेल/एनडीआर को एक गोपनीय सूचना प्राप्त हुई कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों (PIOs) द्वारा भारत में जासूसी गतिविधियों के लिए भारतीय मोबाइल नंबरों का उपयोग किया जा रहा है। ये सिम कार्ड कुछ भारतीय नागरिकों द्वारा पाकिस्तान भेजे जा रहे हैं।

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पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में था कासिम

जांच के दौरान 'कासिम', निवासी भरतपुर, राजस्थान सामने आया। जांच में यह भी पाया गया कि कासिम ने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की। पहली बार अगस्त 2024 में और दूसरी बार मार्च 2025 में। इन दोनों यात्राओं में वह लगभग 90 दिनों तक पाकिस्तान में रुका और वहां आईएसआई अधिकारियों से भी मुलाकात की। इन सिम कार्ड्स का उपयोग व्हाट्सएप पर कर PIOs, भारतीय नागरिकों से सेना और अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां प्राप्त कर रहे थे। इस संबंध में विधिसम्मत धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 29 May 2025 at 22:28 IST