अपडेटेड 24 February 2025 at 23:03 IST
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन से शीतकालीन चारधाम यात्रा को लगेंगे पंख: पुष्कर धामी
गढ़वाल हिमालय के चारधामों में से एक गंगोत्री मंदिर के पास बसे मुखबा गांव को मां गंगा का शीतकालीन प्रवास स्थल माना जाता है।
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 27 फरवरी को प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर उत्तरकाशी जिले के हर्षिल और मुखबा क्षेत्र में चल रही तैयारियों का जायजा लिया और कहा कि उनके आगमन से राज्य में शीतकालीन चारधाम यात्रा को पंख लगेंगे ।
राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी समेत वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तैयारियों का निरीक्षण करने के बाद धामी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के हर्षिल-मुखबा क्षेत्र में आगमन से उत्तराखंड में शीतकालीन चारधाम यात्रा को पंख लगेंगे। उनके स्वागत के लिए हर्षिल-मुखबा क्षेत्र के साथ ही समूचा प्रदेश पूरी तरह से तैयार है।’’
गढ़वाल हिमालय के चारधामों में से एक गंगोत्री मंदिर के पास बसे मुखबा गांव को मां गंगा का शीतकालीन प्रवास स्थल माना जाता है। पारंपरिक अनुष्ठान के तहत सर्दियों में गंगोत्री मंदिर के बर्फ से ढ़के रहने के दौरान मां गंगा की डोली मुखबा गांव लायी जाती है और वहीं उनकी पूजा की जाती है। धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आने से पूरे विश्व में इस यात्रा का प्रचार-प्रसार होगा जिससे राज्य में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों का आगमन होगा तथा राज्य की समृद्धि होगी ।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का आगमन उत्तराखंड के लिए सदैव बहुत शुभ होता है। केदारानाथ धाम, माणा, आदिकैलाश की प्रधानमंत्री की यात्रा एवं प्रवास के बाद इन जगहों पर आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की संख्या में काफी अधिक वृद्धि हुई है। इसी तरह, निवेशक सम्मेलन में प्रधानमंत्री के आगमन के फलस्वरूप राज्य में साढे तीन लाख करोड़ रुपये की लागत के पूंजी निवेश के समझौते ज्ञापन हुए। प्रधानमंत्री के हाथों राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ होना भी उत्तराखंड के लिए सौभाग्यशाली साबित हुआ और देवभूमि ने खेलभूमि की प्रतिष्ठा भी अर्जित की ।’’
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निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने हर्षिल में प्रस्तावित जनसभा के लिए बनाए जा रहे पंडाल, मंच तथा प्रदर्शनी स्थल का भी निरीक्षण किया तथा कहा कि कार्यक्रम के दौरान स्थानीय संस्कृति और पारंपरिक धरोहर को प्रदर्शित करने के विशेष प्रबंध किए जाएं ।
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उन्होंने कहा कि देवभूमि की दिव्यता और आध्यात्मिकता को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में यह यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, इसलिए इस अवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं । इस अवसर पर धामी ने मुखबा में गंगा मंदिर में पूजा-अर्चना भी की ।
Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 24 February 2025 at 23:03 IST