अपडेटेड May 6th 2025, 23:56 IST
Amarnath Yatra 2025: पवित्र अमरनाथ यात्रा 2025 के शुरू होने में अब दो महीने से भी कम समय बचा है और इसी के साथ यात्रा मार्गों पर तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। आगामी 3 जुलाई से शुरू होने वाली इस वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा एजेंसियों और नागरिक प्रशासन के बीच समन्वय को मजबूत किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित बन सके।
पहलगाम मार्ग पर स्थित नुनवान बेस कैंप में टट्टू मालिकों, उनके सहचालकों और सेवा प्रदाताओं का पंजीकरण और सत्यापन बड़े पैमाने पर चल रहा है। ये लोग अमरनाथ गुफा तक की कठिन यात्रा में तीर्थयात्रियों और जरूरी सामान की ढुलाई में अहम भूमिका निभाते हैं।
पशुपालन विभाग कर रहा स्वास्थ्य जांच, श्रम विभाग देख रहा दस्तावेज
श्रम और पशुपालन विभाग (अनंतनाग) की संयुक्त टीमें कैंप में तैनात हैं। टट्टू मालिकों की पहचान और पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है, वहीं पशु चिकित्सक टट्टुओं की सेहत की पूरी जांच के बाद ही उन्हें यात्रा के लिए फिट घोषित कर रहे हैं।
पशुपालन अधिकारी डॉ. बुरहानुद्दीन ने बताया, "यह प्रक्रिया हर साल होती है। टट्टू मालिकों को पहले पुलिस सत्यापन कराना होता है, फिर श्रम विभाग में पंजीकरण कराना होता है। इसके बाद हम टट्टुओं को सिक्का-आधारित प्रणाली के तहत पंजीकृत करते हैं, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करते हैं और बीमा कवरेज भी प्रदान करते हैं।"
आवास, सुविधाएं और सुरक्षा तैनाती पर जोर
बेस कैंप में तीर्थयात्रियों के लिए अस्थायी आवास, शौचालय और नियंत्रण केंद्रों का निर्माण तेजी से चल रहा है। लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावनाओं को देखते हुए सभी विभाग तैयारियों में जुटे हैं। हाल ही में पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को इस वर्ष पहले ही सक्रिय किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार मई के अंत तक ही सुरक्षा बलों की तैनाती शुरू हो सकती है।
सुरक्षित और आध्यात्मिक यात्रा की तैयारी
जैसे-जैसे अमरनाथ यात्रा का समय नजदीक आ रहा है, प्रशासन सुरक्षा, समन्वय और लॉजिस्टिक प्रबंधन पर विशेष ध्यान दे रहा है। प्रशासन का लक्ष्य है कि बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आने वाला हर श्रद्धालु सुरक्षित और संतोषजनक आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करे।
पब्लिश्ड May 6th 2025, 23:56 IST