अपडेटेड 27 February 2024 at 14:39 IST

Gaganyaan: प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजित कृष्णन और शुभांशु, चुने गए 4 एस्ट्रोनॉट्स का ये है परिचय

जिन चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों का चयन मिशन गगनयान के लिए हुआ है उनके नाम हैं,गुप कैप्टन प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला।

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PM Modi ISRO Space Mission Gaganyaan
Prime Minister Narendra Modi confers 4 shortlisted pilots with their ‘astronaut wings.' | Image: ANI

मिशन गगनयान के लिए जिन चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया गया है मंगलवार 27 फरवरी को पहली बार उनको देश से रूबरू कराया गया। प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने गगनयान मिशन पर भेजे जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स के नाम का ऐलान किया। केरल के तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में प्रधानमंत्री ने इनका परिचय देश से कराया।


PM मोदी मंगलवार को केरल के तिरुवनंतपुरम में इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) का दौरा किया। ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने VSSC में मोदी का स्वागत किया। सोमनाथ ने पीएम मोदी का परिचय भारत के गगनयान मिशन के लिए चयनित चारों एस्ट्रोनॉट से कराई। इसके बाद पीएम मोदी ने चारों एस्ट्रोनॉट का परिचय देश से कराया।

पीएम मोदी ने एस्ट्रोनॉट विंग प्रदान कर किया सम्मानित 

जिन चार भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों का चयन मिशन गगनयान के लिए हुआ है उनके नाम हैं, गुप कैप्टन प्रशांत नायर, गुप कैप्टन अंगद प्रताप, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला। बता दें कि ग्रुप कैप्टन प्रशांत बी नायर, जो केरल के रहने वाले हैं पिछले कुछ सालों से भारत के ड्रीम मिशन के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। पीएम मोदी ने सभी को एस्ट्रोनॉट विंग प्रदान कर सम्मानित किया।

40 साल भारत रचेगा इतिहास

अब ये चारों एस्ट्रोनॉटस गगनयान मिशन को अंतरिक्ष में लेकर जाएंगे। बता दें कि 40 साल बाद ऐसा मौका दोबारा आ रहा है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष में जा रहा है। इस मिशन की एक और खासियत ये है कि इसमें इस्तेमाल होने वाला रॉकेट भी भारत में ही बनाया गया है। इसरो मून मिशन की सफलता के बाद अपने गगनयान मिशन की पूरी तैयारी है।

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वो भारतीय एस्ट्रोनॉटस जिनका मिशन के लिए हुआ चयन

बता दें कि  प्रशांत नायर, अंगद प्रताप, अजित कृष्णन और शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के टेस्ट पायलट हैं। ये चारों ऐस्ट्रोनॉटस ना सिर्फ भारतीय वायुसेना के हर तरह के फाइटर जेट्स उड़ाने में सक्षम हैं बल्कि जेट्स की कमी और खासियत की भी ये पता लगा लेते हैं। बता दें कि ग्रुप कैप्टन प्रशांत बी नायर, जो केरल के रहने वाले हैं पिछले कुछ सालों से भारत के ड्रीम मिशन के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं।

ये सिर्फ 4 नाम या 4 इंसान नहीं हैं…-पीएम मोदी

इन चारों का परिचय कराते हुए पीएम मोदी ने कहा, "कुछ देर पहले देश पहली बार 4 गगनयान यात्रियों से परिचित हुआ। ये सिर्फ 4 नाम या 4 इंसान नहीं हैं, ये वो चार शक्तियां हैं जो 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं को अंतरिक्ष तक ले जाने वाली हैं। 40 साल बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जा रहा है लेकिन इस बार वक्त भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है।"

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 27 February 2024 at 14:39 IST