अपडेटेड 28 August 2024 at 12:01 IST
Jan Dhan Yojana: PM मोदी की मेगा स्कीम- जनधन योजना को 10 साल पूरे...कितने लोगों को मिला कितना लाभ?
PM Jan Dhan Yojana: जनधन योजना को आज 10 साल पूरे हो गए हैं। 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना की शुरुआत की थी।
- भारत
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Jan Dhan Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेगा स्कीम का हिस्सा 'जनधन योजना' ने पिछले एक दशक में देश के बैंकिंग और वित्तीय परिदृश्य को बदल दिया है। प्रधानमंत्री जनधन योजना को आज 10 साल पूरे हो गए हैं। 28 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करोड़ों भारतीयों को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में लाने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी। एक दशक में मिशन की सबसे बड़ी सफलता यही है कि बहुत बड़ी संख्या में गरीब लोग बैंकिंग की मुख्यधारा जुड़े हैं।
इसमें कोई दोराय नहीं है कि पीएम जनधन स्कीम के बाद गरीबों की बैंकों तक पहुंच बढ़ी है। बड़ी संख्या में गरीब और कम आय वाले लोगों ने खाते खुलवाए। खासकर ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में लोगों का बैंकों से जुड़ाव हुआ। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद कहती हैं कि 67 फीसदी खाते ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में खोले गए, जबकि 55 फीसदी खाते महिलाओं ने खुलवाए।
10 साल में 53.13 करोड़ जनधन खाते
जनधन की शुरुआत के बाद से अब तक (2014 से अगस्त 2024) 53.14 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को बैंकिंग सुविधा मिली है। इसमें 55.6 प्रतिशत (29.56 करोड़) जन-धन खाताधारक महिलाएं हैं और 66.6 प्रतिशत (35.37 करोड़) जन-धन खाते ग्रामीण एवं कस्बाई क्षेत्रों में हैं।
खातों में 2.31 लाख करोड़ रुपये जमा
जनधन योजना के तहत खुले बैंक खातों में अब तक कुल जमा रकम 2.31 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। इन खातों में 3.6 गुना बढ़ोतरी के साथ जमा राशि में करीब 15 गुना वृद्धि हुई है। खातों में प्रति खाता औसत जमा रकम 14 अगस्त 2024 के अनुसार 4352 रुपये है। अगस्त 2015 अगस्त के मुकाबले प्रति खाता औसत जमा रकम में 4 गुना वृद्धि हुई। औसत जमा रकम में वृद्धि खातों के बढ़ते उपयोग और खाताधारकों में बचत की आदत विकसित होने का संकेत है।
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खाताधारकों को 36.14 करोड़ रुपे कार्ड
प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत खोले गए खातों के खाताधारकों को 36.14 करोड़ रुपे कार्ड जारी किए गए हैं। समय के साथ-साथ रुपे कार्ड की संख्या और उपयोग में वृद्धि हुई है। जन-धन, मोबाइल और आधार को लिंक करने के साथ ऑनलाइन भुगतान में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। डिजिटल लेनदेन की कुल संख्या वित्त वर्ष 2018-19 में 2338 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 16443 करोड़ हो गई। यूपीआई वित्तीय लेनदेन की कुल संख्या वित्त वर्ष 2018-19 में महज 535 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 13,113 करोड़ हो गई। इसी तरह पीओएस और ई-कॉमर्स पर रुपे कार्ड के जरिये लेनदेन की कुल संख्या वित्त वर्ष 2017-18 में 67 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 96.78 करोड़ हो गई।
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इस योजना से जुड़े 10 विशेष लाभ
- जमा राशि पर ब्याज।
- एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा कवर।
- कोई न्यूनतम शेष राशि की जरूरत नहीं।
- प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत 30 हजार का जीवन बीमा लाभार्थी को उसकी मृत्यु पर सामान्य शर्तों की प्रतिपूर्ति पर देय होगा।
- 6 महीने तक इन खातों के संतोषजनक परिचालन के बाद 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट की सुविधा।
- पेंशन, बीमा पॉलिसी तक पहुंच।
- खाताधारक को रुपे डेबिट कार्ड
- रुपे कार्ड के साथ 1 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर (28.8.2018 के बाद खोले गए नए पीएमजेडीवाई खातों के लिए 2 लाख रुपये तक बढ़ाया गया) उपलब्ध है।
- जनधन खाते प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी बैंक (मुद्रा) योजना के लिए पात्र हैं।
- हर परिवार, मुख्य तौर पर परिवार की स्त्री के लिए सिर्फ एक खाते में 5000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट की सुविधा उपलब्ध है।
10 साल पूरे होने पर PM मोदी ने बताया सफल योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के 10 साल पूरे होने के अवसर पर कहा कि ये वित्तीय समावेशन का राष्ट्रीय मिशन है, जिसका उद्देश्य किफायती तरीके से बुनियादी बचत और जमा खाता, धन-प्रेषण, ऋण, बीमा और पेंशन जैसी वित्तीय सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करना है। प्रधानमंत्री मोदी ने एक पोस्ट में इस योजना को सफल बताया। उन्होंने कहा, 'आज हम एक महत्वपूर्ण अवसर मना रहे हैं- #10YearsOfJanDhan। जन धन योजना वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और करोड़ों लोगों, खासकर महिलाओं, युवाओं और हाशिए पर पड़े समुदायों को सम्मान देने में सर्वोपरि रही है।'
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इस योजना की प्रशंसा करते हुए कहा, 'आज हम एक महत्वपूर्ण अवसर मना रहे हैं- #10YearsOfJanDhan। सभी लाभार्थियों को बधाई और इस योजना को सफल बनाने के लिए काम करने वाले सभी लोगों को बधाई।'
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 28 August 2024 at 12:01 IST