अपडेटेड 9 February 2025 at 18:22 IST
इधर दिल्ली में हुई BJP की बंपर जीत, उधर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहीं नूपुर शर्मा, उठ रही बड़ी मांग; आखिर क्या है माजरा
8 फरवरी को इधर बीजेपी ने जीत हासिल की ओर दूसरी ओर सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा ट्रेंड करने लगीं। पूरा माजरा क्या है चलिए बतातें हैं...
- भारत
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Why Nupur Sharma Trending: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में प्रचंड जीत मिलने के बाद बीजेपी दो दशक से अधिक समय के बाद देश की राजधानी की सत्ता पर काबिज होने को तैयार है। जल्द ही दिल्ली की जनता को अपना नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा। इन सबके बीच गौर करने वाली बात ये है कि 8 फरवरी को इधर बीजेपी ने जीत हासिल की ओर दूसरी ओर सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा ट्रेंड करने लगीं। पूरा माजरा क्या है चलिए बतातें हैं...
भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली चुनाव में भारी जीत मिलते ही सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर नूपुर शर्मा ट्रेंड कर रही हैं। पड़ताल में पता लगा कि यूजर्स उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस बार नूपुर को न ही पार्टी की ओर से टिकट मिला और न ही वह चुनाव लड़ पाईं। जाहिर है कि दिल्ली चुनाव के समय से ही सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा को पार्टी का हिंदू चेहरा और मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठ रही थी। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर तो यह तक कहा जा रहा है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नूपुर को लेकर कोई बड़ा फैसला कर सकता है। बता दें कि नूपुर शर्मा के अलावा सीएम पद के प्रबल दावेदार अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा हैं।
कौन हैं नूपुर शर्मा?
नूपुर शर्माभारतीय जनता पार्टी के टॉप प्रवक्ताओं की लिस्ट में शुमार रही हैं। वह साल 2008 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष रही हैं। इसके अलावा वह दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन चुनाव में ABVP को जीत दिला चुकी हैं। जनता के दिल में नूपुर शर्मा की छाप बीजेपी के प्रमुख हिंदूवादी नेता के रूप में हैं। बता दें कि बीते कुछ सालों पहले विशेष समुदाय के खिलाफ टिप्पणी करने के चलते वह खूब विवादों में रही थीं।
दरअसल, नूपुर शर्मा ने एक इंटरव्यू में धार्मिक किताब का हवाला देते हुए एक विवादित बयान दिया था। इस मामले पर बवाल के चलते बीजेपी ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। ऐसे में उनके समर्थकों का मानना है कि नूपुर की हिंदुत्ववादी छवि भाजपा के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है।
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27 साल बाद दिल्ली में 'भगवा' परचम
8 फरवरी को घोषित दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को जबरदस्त जनादेश मिला। 70 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 48 सीटें भारतीय जनता पार्टी के खाते में आई। मालूम हो कि बीजेपी ने 70 में से 68 सीटों पर चुनाव लड़ा था, ऐसा इसलिए क्योंकि दो सीटे बुराड़ी और देवली एनडीए के सहयोगियों को दी गई थी। चुनाव आयोग के ऑफिशियल आंकड़ों के अनुसार, आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली। वहीं कांग्रेस के हाथ लगातार तीसरी बार भी खाली रह गए, जिसे एक भी सीट नहीं मिली।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 9 February 2025 at 18:22 IST