अपडेटेड April 4th 2024, 19:25 IST
Gaurav Vallabh: कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए गौरव वल्लभ ने रिपब्लिक से बात करते हुए अपने दिल की बात की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का विरोध करते-करते कांग्रेस देश विरोध पर आ गई। क्या सनातन का विरोध करना जायज है, क्या वेल्थ क्रिएटर्स का विरोध करना जायज है, क्या राम का विरोध करना जायज है।
बीजेपी नेता ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को जिस दिन ठुकराया गया उस दिन के बाद से मैंने एक प्रेस वार्ता नहीं की कांग्रेस के लिए। सनातन के खिलाफ टिप्पणी होती है और कांग्रेस के प्रमुख नेता चुप रहते हैं यह मौन समर्थन नहीं तो क्या है? मेरी माता जी की मुझे बात याद आती है जो कहती हैं कि भगवान राम उन्हीं को दर्शन देते हैं जिन्हें वो देना चाहते हैं।
सनातन के खिलाफ बयानबाजी का मौन समर्थन नहीं कर सकता- वल्लभ
ग्लोबलाइजेशन, प्राइवेटाइजेशन पीवी नरसिम्हा राव की सरकार लाई, आज कांग्रेस इस का विरोध करती है। ईमानदारी से श्रम करके पैसा कमाना कोई पाप नहीं है। सनातन धर्म के खिलाफ ऊंची टिप्पणियां की जाएं और मौन रहना यह मुझे स्वीकार नहीं है। सनातन और भगवान राम के खिलाफ हो रही टिप्पणियों पर मैं मौन समर्थन नहीं कर सकता था, उनके खिलाफ न बोलकर मैं उनका समर्थन नहीं कर सकता था।
मैंने अपने जीवन में पुलिस स्टेशन का मुंह नहीं देखा- गौरव वल्लभ
ईडी-सीबीआई के दवाब के सवाल पर जवाब देते हुए गौरव वल्लभ ने कहा, ईश्वर की मुझ पर कृपा है कि मैं अभी तक अपने पूरे जीवन में पुलिस स्टेशन या कोर्ट की शक्ल नहीं देखी। मैं एक शिक्षक हूं, कॉरपोरेट फाइनेंस में आपको पढ़ सकता हूं, विचारधारा के प्रति कमिटेड हूं। यदि आप मेरे धर्म और राष्ट्र पर कुठाराघात करते हो तो मैं एक पल भी बर्दाश्त नहीं करूंगा। मैं पिछले 3 महीने से विरोध कर रहा था लेकिन मेरी बात को नहीं सुना गया, मैं प्रभु से प्रार्थना करता हूं कि इन लोगों को भी आप दर्शन दो जिससे कि इनमें भी सद्बुद्धि आ जाए।
विरोध के लिए विरोध स्वीकार नहीं- गौरव वल्लभ
कांग्रेस के अंदर चार पांच पावर सेंटर के सवाल पर गौरव वल्लभ ने कहा, हेल्दी डेमोक्रेसी के लिए सशक्त विपक्ष के साथ रचनात्मक आलोचना होनी चाहिए। आप सिर्फ विरोध के लिए विरोध नहीं कर सकते यह स्वीकार नहीं है। आपको उसमें क्या सुधार चाहिए यह आपको बताना पड़ेगा सिर्फ विरोध के लिए विरोध सही नहीं है।
पब्लिश्ड April 4th 2024, 19:25 IST