अपडेटेड 14 February 2025 at 17:06 IST
वक्फ बोर्ड पर JPC रिपोर्ट के समर्थन में आए मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी, कहा- मस्जिद, मदरसे और मुसलमानों को कोई खतरा नहीं
मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी वक्फ बोर्ड पर JPC रिपोर्ट के समर्थन में आए और कहा कि इससे मस्जिद, मदरसे और मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है।
- भारत
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वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने वाली संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट 13 फरवरी को विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के बीच लोकसभा में पेश की गई। एक तरफ विपक्षी दल और कुछ मुस्लिम नेता इसका विरोध कर रहे हैं, तो वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी इसके समर्थन में आए।
उन्होंने ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर कहा, "संसद में वक्फ संशोधन बिल पर बनी जेपीसी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी। इस पर बड़ी गहमागहमी हो रही है। मैं भारत के तमाम मुसलमानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस वक्फ बिल से आम मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है। और मस्जिदों , मदरसों, दरगाहों को भी कोई खतरा नहीं। इसलिए मुसलमानों को जो लोग डरा रहे हैं, भयभीत कर रहे हैं, उनके डराने वाले झांसे में न आए।"
"JPC की रिपोर्ट से वक्फ भू-माफियाओं को खतरा'
मौलाना रजवी बरेलवी ने कहा, "खतरा उन लोगों को है, जिन लोगों ने हमारे बुजुर्गे द्वारा की गई जमीन व जायदाद पर नाजायज कब्जा कर रखा है। खतरा उन लोगों को है, जो वक्फ की जमीनों को खुर्द-बुर्द कर रहे हैं, खतरा वक्फ भू-माफियाओं को है। और ये वो चीजें हैं जिससे आम मुसलमान भी आहत और परेशान हैं।"
वक्फ अधिकारियों ने किया भ्रष्टाचार: मौलाना रिजवी
मौलाना ने कहा कि वक्फ के रख रखाव के नाम पर गठित वक्फ बोर्डो के अध्यक्ष, सदस्य ग्राहण और संबंधित अधिकारी भाष्टाचार में लिप्त है। ये लोग मनमाने तरीके से वक्फ की जमीनों को भू माफियाओं के हाथ बेचने का काम करते हैं। वक्फ बोर्ड के जिम्मेदारों ने करोड़ो की जमीनों को रेढीयो के भाव बेच दिया। इस बील के आ जाने के बाद भाष्टाचार पर लगाम लगेगी।
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मौलाना ने आगे कहा कि हमारे बुजुर्गे ने अपनी जमीनों जायदाद इसलिए वक्फ की थी कि उससे होने वाली आमदनी गरीब और कमजोर मुसलमानों की मदद के लिए खर्च की जाएगी ,मगर ये सब कुछ नहीं हुआ, बल्कि उल्टे वक्फ बोर्ड ने भू माफियाओं से मिलकर वक्फ की जमीनों को बेच डाला। इसलिए वक्फ संशोधन बिल का पास होना जरूरी है। मैं भारत सरकार से मांगा करता हूं कि इस बील को संसद से जल्द से जल्द पास कराया जाए और उसको लागू किया जाए, और हमारे बुजुर्गे ने जिस मकसद के लिए जमीनों को वक्फ किया था उस मकसद में काम किया जाएं।
आमदनी का एक पैसा भी मुस्लिमों पर खर्च नहीं: मौलाना रिजवी
मौलाना शाहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने कहा कि लोग विरोध कर रहे हैं उसकी वजह ये है कि उन्होंने वक्फ की जमीनों पर अपनी आलीशान बिल्डिंग बना रखी है, उससे होने वाली आमदनी अपने ज्यादती खजाने में खर्च होती है, उस पर एक रूपए भी गरीब मुसलमानों पर खर्च नहीं किया जाता है। इसलिए चंद लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 14 February 2025 at 17:06 IST