अपडेटेड 29 July 2024 at 19:50 IST

'सड़क बनने पर क्रेडिट लेने 4-4 नेता आ जाते हैं, जब...', कोचिंग सेंटर हादसे पर बिफरीं स्वाति मालीवाल

स्वाति मालीवाल ने कहा कि जरा सा अवैध निर्माण होने पर एमसीडी के अफसर आ जाते हैं। लेकिन इतनी अवैध कोचिंग कैसे चल रही है।

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Swati Maliwal
कोचिंग सेंटर हादसे पर स्वाति मालीवाल | Image: PTI

Delhi News: राज्यसभा में सोमवार को आम आदमी पार्टी की सदस्य स्वाति मालीवाल ने राजधानी में हुए कोचिंग सेंटर हादसे के बाद अपनी ही पार्टी को घेरते हुए कहा कि वर्षों से दूर-दूर के बच्चे परीक्षाओं की तैयारी के लिए यहां आते हैं लेकिन दिल्ली सरकार ने इनके कोचिंग सेंटरों को विनियमित करने के लिए कोई कानून नहीं बनाया और न ही ऐसे छात्रों के लिए कोई व्यवस्था की।

मालीवाल ने ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए कोचिंग सेंटर हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों के परिजन को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि अभी तक दिल्ली सरकार का कोई प्रतिनिधि वहां नहीं गया है।

‘दूर-दूर से सपने लेकर दिल्ली आते हैं बच्चे’

प्राधिकारियों की कथित लापरवाही के कारण हाल ही में दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान में अभ्यर्थिंयों छात्र:छात्रा की मृत्यु की दुखद घटना पर राज्यसभा में हुई अल्पकालिक चर्चा में हिस्सा ले रहीं मालीवाल ने कहा ‘‘मैं कल पीड़ितों के परिजनों से मिली। जान गंवाने वाली 25 वर्षीय श्रेया के पिता किसान हैं और उन्होंने बहुत मेहनत कर, अपनी बेटी को आईएएस अधिकारी बनने का सपना ले कर दिल्ली भेजा था। तान्या और नवीन की भी हादसे में जान गई। आखिर इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है? दूर-दूर से बच्चे यह सपना ले कर दिल्ली पढ़ने आते हैं कि हम कुछ बन जाएंगे तो अपने गांव की, अपने देश की स्थिति सुधारेंगे। वे मरने नहीं आते।’’

मालीवाल ने दावा किया कि राजेन्द्र नगर इलाके में घर-घर में कोचिंग चल रही है। उन्होंने कहा कि जरा सा अवैध निर्माण होने पर एमसीडी के अफसर आ जाते हैं। लेकिन इतनी अवैध कोचिंग कैसे चल रही है, इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया।’’ उन्होंने कहा कि जरा सी बारिश होने पर दिल्ली में यहां वहां पानी भर जाता है लेकिन क्या इस स्थिति के लिए दिल्ली सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं है ?

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‘बार-बार शिकायत के बाद भी कोई एक्शन नहीं’

मालीवाल ने कहा, ‘‘कोचिंग सेंटर के मालिक-संचालक तो पकड़े गए, लेकिन अधिकारियों और चुने गए प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी कौन तय करेगा? बच्चों ने बताया कि उन्होंने संस्थान में अव्यवस्था को लेकर बार-बार शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है?’’

स्वाति मालीवाल ने की ये मांग

प्रभावित परिवारों को दिल्ली सरकार से एक-एक करोड़ रुपये दिए जाने की मांग करते हुए मालीवाल ने कहा ‘‘उनका दुख किसी भी सांत्वना से दूर नहीं किया जा सकता। इतने सालों से बड़ी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए दूर-दूर से बच्चे आते हैं लेकिन दिल्ली सरकार ने ऐसे कोचिंग सेंटरों को विनियमित करने के लिए कोई कानून नहीं बनाया और न ही ऐसे बच्चों के लिए कोई व्यवस्था की।’’

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मालीवाल ने कहा कि एक सड़क बनने पर चार-चार नेता श्रेय लेने आ जाते हैं और खूब प्रचार होता है। उन्होंने कहा कि सड़क का बोर्ड लगने पर भी अपने-अपने नाम के लिए लड़ाई होती है लेकिन उसी सड़क पर हादसा होने पर जिम्मेदारी लेने कोई नहीं आता। उन्होंने कहा कि अभी तक दिल्ली सरकार का कोई प्रतिनिधि भी वहां नहीं गया है।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 29 July 2024 at 19:50 IST