अपडेटेड 20 July 2024 at 11:03 IST

मुस्‍लिमों के प्रति नफरत... कांवड़ रूट की दुकानों पर नेमप्‍लेट वाले फैसले पर भड़के ओवैसी

कांवड़ यात्रा रूट पर पड़ने वाली दुकानों पर मालिक का नाम लिखने को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी का गुस्सा फूट पड़ा है।

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Kanwar Yatra Asaduddin Owaisi
दुकानदारों को नाम डिस्प्ले करने के आदेश पर भड़के ओवैसी | Image: ANI

Owaisi on UP Kanwar Yatra Nameplate: कावड़ यात्रा (Kanwar Yatra) 22 जुलाई से शुरू होने जा रही है, जिसे लेकर यूपी में तैयारियां जारी हैं। यात्रा के शुरू होने से महज कुछ ही दिन पहले ही कांवड़ यात्रा रूट पर पड़ने वाली दुकानों, ढाबों और ठेलो पर मालिक का नाम और डिटेल लिखने का निर्देश योगी सरकार की ओर से जारी किया गया है। अब फैसले पर AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने सरकार पर निशाना साधा है।

एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस फैसले को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों के प्रति नफरत का श्रेय हिंदुत्व के नेताओं और तथाकथित दिखावटी धर्मनिरपेक्ष दलों को जाता है। ओवैसी ने एक्स पर ट्वीट कर कहा- 'यूपी के कांवड़ यात्रा रूट पर डर: यह भारतीय मुसलमानों के प्रति नफरत की वास्तविकता है, इस घृणा का श्रेय राजनीतिक दलों/हिंदुत्व के नेताओं और तथाकथित दिखावटी धर्मनिरपेक्ष दलों को जाता है।'

Fear on UP's kanwar routes: 
This is The reality of hatred for Indian Muslims ,credit for this visceral hatred goes to political parties /leaders of Hindutva and so called lip servicing Secular parties.
https://t.co/JzYfLp1l2N

— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 20, 2024

'छुआछूत को बढ़ावा दे रही यूपी सरकार'

इससे पहले भी ओवैसी ने इसे संविधान के अनुच्छेद 17 का उल्लंघन बताया था। उन्होंने कहा था- 'उत्तर प्रदेश सरकार छुआछूत को बढ़ावा दे रही है। लोगों को अपना धर्म व्यक्त करने का इस तरह का आदेश अनुच्छेद 21 (जीवन का अधिकार) और अनुच्छेद 19 (आजीविका का अधिकार) का भी उल्लंघन है। दूसरी बात जब से उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है, मुजफ्फरनगर के सभी ढाबों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दिया गया है। उस हाईवे पर कई बड़े और मशहूर रेस्टोरेंट हैं, आप उनके बारे में कुछ क्यों नहीं कह रहे हैं?'

क्या है इस फैसले के पीछे की वजह?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखित आदेश जारी नहीं किया है, लेकिन निर्देश दिए हैं कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान रास्तों पर लगने वाली दुकानों पर नेमप्लेट लगानी होगी। निर्देश में कहा गया है कि दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान लिखनी होगी। बताया जा रहा है कि कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए फैसला लिया गया है। निर्देश ये भी दिए गए हैं कि हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। शुरुआत में मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानों पर नेमप्लेट लगाने का आदेश दिया था।

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Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 20 July 2024 at 11:03 IST