अपडेटेड 2 September 2024 at 08:07 IST
बंगाल में महिला सुरक्षा पर सवाल, अग्निमित्रा पॉल का ममता पर हमला- 'CM बनी रहीं तो ये जारी रहेगा'
भाजापा नेता अग्निमित्रा पॉल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी पर बनी रहीं तो महिलाओं पर अत्याचार जारी रहेगा।
- भारत
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Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या मामले को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। इसे लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और उनकी सरकार बुरी तरह घिरी हुई है। वहीं बीजेपी की ओर से लगातार बंगाल सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस बीच भाजापा नेता अग्निमित्रा पॉल ने बड़ा दे दिया है। उन्होंने कहा कि अगर ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी पर बनी रहीं तो महिलाओं पर अत्याचार जारी रहेगा।
पश्चिम बंगाल भाजपा महासचिव और विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा, "पिछले 24 घंटों में महिलाओं पर छेड़छाड़ और अत्याचार के 7 मामले हुए हैं और यह जारी रहेगा, इस बात का भरोसा रखें। अगर ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बनी रहीं और यह पार्टी (टीएमसी) सरकार में रही तो यह जारी रहेगा क्योंकि राज्य में कानून-व्यवस्था नहीं है। वे संविधान का पालन नहीं करते। वे कल राज्य विधानसभा में एक विधेयक ला रहे हैं, वे वह नहीं करतीं जो केंद्र सरकार उनसे करने को कहती है।"
आज से बंगाल विधानसभा का विशेष सत्र
आज यानी कि 2 सितंबर से बंगाल विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू होने जा रहा है। कोलकाता रेपकांड की जांच के बीच ममता सरकार ने ये विशेष सत्र बुलाया है। जानकारी मिल रही है कि ममता सरकार इस दो दिवसीय विशेष सत्र में रेप आरोपियों के खिलाफ एक विधेयक लाने वाली है। खबरे हैं कि बीजेपी भी इस विधेयक का समर्थन करने वाली है।
रेप के दोषी को 10 दिन में मौत की सजा
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, इस विधेयक में रेप आरोपियों को 10 दिन के अंदर फांसी की सजा सुनिश्चित करने का प्रावधान होगा। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस विधेयक को मंगलवार को विधानसभा में पेश किया जा सकता है। इस विधेयक को लेकर बीजेपी के सुकांत मजूमदार का कहना है, 'हमने फैसला किया है कि बीजेपी बंगाल विधानसभा में इस विधेयक का समर्थन करेगी। हालांकि, ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग बरकरार रहेगी।'
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डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में सीबीआई कर रही जांच
कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त को डॉक्टर का शव मिला था , जिस पर गंभीर चोटों के निशान मिले थे। संजय रॉय को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अगले दिन गिरफ्तार किया गया था जिसमें उसे घटना वाले दिन सुबह लगभग चार बजकर तीन मिनट पर सेमीनार हॉल में घुसते हुए देखा गया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर रॉय से गहन पूछताछ की गई और पुलिस ने उसके बाएं गाल पर ‘हालिया चोटों’, बाएं हाथ में दो उंगलियों के बीच खरोंच, बाईं जांघ के पीछे खरोंच आदि को भी देखा गया, जो संघर्ष का संकेत देते हैं।
मामले की गहन जांच के दौरान अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के वीर्य, बाल, नाखून आदि के नमूने जुटाए गए। कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को मामले की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। इसके बाद सीबीआई ने 14 अगस्त को जांच अपने हाथ में ले ली। सीबीआई ने मामले की जांच संभालने के बाद अपराध के बारे में आगे की जानकारी जुटाने के लिए संजय रॉय, मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, पीड़िता के साथ ड्यूटी पर मौजूद चार डॉक्टरों और रॉय की पॉलीग्राफ जांच भी कराई। केस की आगे की जांच के लिए सीबीआई आगे बढ़ रही है। वहीं दूसरी ओर विपक्षी बीजेपी रेपकांड मामले को उनके तरीके से डील करने को लेकर सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग कर रही है।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 2 September 2024 at 08:07 IST