अपडेटेड 1 April 2025 at 23:20 IST
Waqf Bill: वक्फ बिल पर नीतीश कुमार की चुप्पी पर भड़के प्रशांत किशोर, बोले- मूर्ख बनाने की ये उनकी पुरानी रणनीति...
प्रशांत किशोर ने वक्फ संशोधन बिल को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वक्फ संशोधन बिल से मुसलमानों का एक बड़ा तबका डरा हुआ महसूस कर रहा है।
- भारत
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Prashant Kishor: वक्फ संशोधन बिल कल यानि कि 2 अप्रैल को प्रश्नकाल के बाद दोपहर 12 बजे लोकसभा में पेश होगा। इससे पहले विपक्षी दल इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं और इसे असंवैधानिक और मुसलमानों के हितों के खिलाफ बता रहे हैं। इस बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने प्रतिक्रिया दी है। साथ ही नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है।
जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वक्फ संशोधन बिल से मुसलमानों का एक बड़ा तबका डरा हुआ महसूस कर रहा है। सरकार ध्रवुीकरण की राजनीति के लिए जल्दबाजी में यह कानून बना रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जैसे लोग सरकार के समर्थन में खड़े हैं इसलिए वे यह कानून ला पा रहे हैं।
सरकार ध्रुवीकरण की राजनीति के लिए बना रही कानून- PK
वक्फ संशोधन विधेयक पर जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर कहते हैं, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं इसे मुसलमानों या हिंदुओं के खिलाफ नहीं मानता... अगर आप उन प्रतिबद्धताओं और आश्वासनों से भटक जाते हैं जो हमारे संस्थापकों ने आजादी के बाद इस देश के विभिन्न वर्गों को दिए थे, तो यह इस पीढ़ी के लोगों की जिम्मेदारी है कि वे उन प्रतिबद्धताओं के प्रति सच्चे रहें। अगर आप उनमें कोई बदलाव कर रहे हैं जो किसी वर्ग को प्रभावित करता है, तो ऐसे कानून बनाने से पहले उन वर्गों को विश्वास में लिया जाना चाहिए। मुसलमानों का एक बड़ा वर्ग वक्फ विधेयक से खुद को डरा हुआ महसूस कर रहा है। मुझे लगता है कि सरकार ध्रुवीकरण की राजनीति के लिए जल्दबाजी में यह कानून बना रही है।’
'नीतीश जैसे नेताओं के समर्थन से बना पा रहे कानून'
उन्होंने आगे कहा कि सरकार के पास लोकसभा में बहुमत नहीं है। वे यह कानून इसलिए ला पा रहे हैं क्योंकि नीतीश कुमार जैसे लोग सरकार का समर्थन कर रहे हैं। अगर नीतीश कुमार जैसे नेता लोकसभा में इस विधेयक के समर्थन में वोट नहीं करते हैं, तो सरकार इसे कभी कानून नहीं बना सकती। भाजपा मुसलमानों को अपना वोट बैंक नहीं मानती, उन्हें अपना समर्थन नहीं मानती। लेकिन नीतीश कुमार जैसे लोग जो हर दिन मुसलमानों से कहते हैं कि वे समुदाय के हितैषी हैं, उन्हें यह जरूर सोचना चाहिए कि क्या वे ऐसा नहीं कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि क्या महात्मा गांधी, डॉ राम मनोहर लोहिया और जय प्रकाश नारायण की बात करने वाले लोग इस विधेयक के समर्थन में वोट देकर अपना पाखंड दिखा रहे हैं? जब इतिहास में इस युग को लिखा जाएगा, तो इस कानून के लिए भाजपा से ज्यादा नीतीश कुमार जैसे नेताओं को दोषी ठहराया जाएगा।
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वक्फ बिल पर नीतीश कुमार की चुप्पी पर क्या बोले पीके?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार की वक्फ संशोधन विधेयक पर चुप्पी साधने और जेडी(यू) द्वारा इसका समर्थन करने पर प्रशांत किशोर कहते हैं, 'यह नीतीश कुमार की पुरानी रणनीति है। उन्होंने सीएए-एनआरसी के समर्थन में वोट दिया। मैं उस समय उनकी पार्टी का सदस्य था। पार्टी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था और नीतीश कुमार ने विस्तार से कहा था कि हम इसका कड़ा विरोध करते हैं। लेकिन संसद में सीएए-एनआरसी के समर्थन में वोट डाला गया। जब मैंने सीधे नीतीश कुमार का सामना किया, तो उन्होंने मुझसे कहा कि पत्रकारों को बता दो कि यह विधेयक बिहार में लागू नहीं होगा, वह यात्रा पर थे और उन्हें नहीं पता कि उनके नेताओं ने लोकसभा में कैसे मतदान किया। उस समय मुझे लगा कि यह आदमी किसी के प्रति वफादार नहीं है, न तो भाजपा के प्रति और न ही मुसलमानों के प्रति। सभी वर्गों को खुश करने और मूर्ख बनाने की यह उनकी पुरानी रणनीति है। लोग नीतीश कुमार के इस चरित्र को देख रहे हैं और अब इससे ऊब चुके हैं।'
कल लोकसभा में पेश होगा वक्फ बिल
केंद्र सरकार बुधवार (2 अप्रैल) को लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश करेगी। इस पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय निर्धारित किया गया है। बहस में एनडीए को बोलने के लिए 4 घंटे 40 मिनट का समय दिया गया है। वहीं बाकी के बचा वक्त विपक्ष के नेताओं का होगा।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 1 April 2025 at 23:20 IST