अपडेटेड 21 April 2024 at 16:11 IST
सीएम केजरीवाल के इंसुलिन मामले पर सियासत तेज, अब अखिलेश यादव ने कर दी ये मांग...
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने उत्तम स्वास्थ्य का मौलिक अधिकार है।
- भारत
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Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दिए जाने के आम आदमी पार्टी के आरोपों पर सियायत तेज हो गई है। दिल्ली में आप और भाजपा के बीच जारी सियासी वार-पलटवार के बीच अब इस विवाद में समाजवादी पार्टी की भी एंट्री हो गई है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने उत्तम स्वास्थ्य का मौलिक अधिकार है। ये समाचार अविश्वसनीय है कि जेल में उनकी बढ़ती शुगर को नियंत्रित करने के लिए इन्सुलिन देने से मना किया जा रहा है। इस समाचार का तत्काल उच्च स्तरीय संज्ञान लिया जाए और पता किया जाए कि इस साजिश के पीछे किसके निर्देश हैं।
आप ने लगाए 'धीमी मौत' देने के आरोप
आम आदमी पार्टी की ओर से बार-बार दावा है कि तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दी जा रही है। AAP का आरोप यहां तक है कि इंसुलिन चिकित्सक के परामर्श से वंचित करके केजरीवाल को 'धीमी मौत' की ओर धकेला जा रहा है। वैसे पिछले दिनों एक रिपोर्ट के जरिए तिहाड़ जेल प्रशासन आरोपों को खारिज कर चुका है।
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केजरीवाल ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
अरविंद केजरीवाल इंसुलिन लेने के लिए कोर्ट के दरवाजे तक पहुंचे हैं। पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में अर्जी लगाई थी कि अदालत जेल अधिकारियों को इंसुलिन देने, उनके बढ़ते डायबिटीज और ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव के संबंध में रोजाना 15 मिनट के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से परामर्श देने का निर्देश दे।
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22 अप्रैल को आएगा कोर्ट का फैसला
खैर इस पर 22 अप्रैल को कोर्ट का फैसला आना है। अभी पुष्टि तो नहीं है, लेकिन सूत्रों के हवाले से सामने आया है कि अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को डॉक्टर्स के साथ परामर्श के दौरान इंसुलिन के बारे में कुछ नहीं कहा है और ना ही डॉक्टर्स ने इंसुलिन देने की सलाह दी है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 21 April 2024 at 16:11 IST