अपडेटेड 9 January 2025 at 22:58 IST

पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति की बढ़ी मुश्किलें, CBI ने 15,000 अमेरिकी डॉलर के भ्रष्टाचार मामले में दर्ज की FIR

पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति की मुश्किलें बढ़ गई। CBI ने भ्रष्टाचार मामले में FIR दर्ज की है।

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Chinese Visa 'Scam': Court Summons Karti Chidambaram in Money Laundering Case
कार्ति चिदंबरम के खिलाफ CBI ने भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया। | Image: ANI

पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। दरअसल, सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम, एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड (ASPL), उनके सहयोगी एस भास्कररमन और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। यह मामला विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड (FIPB) से जुड़े एक कथित घोटाले की जांच से संबंधित है।

उन पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर मादक पेय कंपनी डियाजियो स्कॉटलैंड को उसकी व्हिस्की की शुल्क मुक्त बिक्री पर प्रतिबंध से राहत दी थी। FIR में कहा गया है कि यह मामला एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल्स द्वारा किए गए कथित संदिग्ध भुगतान से संबंधित है, जो कार्ति पी. चिदंबरम और उनके करीबी सहयोगी एस. भास्कररमन द्वारा नियंत्रित एक इकाई है।

CBI के FIR में कहा गया, "जांच से पता चला कि एफआईपीबी के विभिन्न प्रस्तावों की जांच की गई, जिसमें पाया गया कि डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल्स ने एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को संदिग्ध रूप से धन हस्तांतरित किया है, जो कार्ति पी चिदंबरम और उनके करीबी सहयोगी एस. भास्कररमन द्वारा नियंत्रित एक इकाई है।" एजेंसी ने आरोप लगाया कि उसकी जांच में पाया गया है कि डियाजियो स्कॉटलैंड, यूके ड्यूटी-फ्री जॉनी वॉकर व्हिस्की का आयात करता था।

FIR में नामित संदिग्धों की ओर से इस मामले में अबतक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। एजेंसी ने आरोप लगाया कि अप्रैल 2005 में भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी), जिसके पास भारत में आयातित शुल्क मुक्त शराब की बिक्री पर एकाधिकार था, ने भारत में डियाजियो समूह के शुल्क मुक्त उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसके परिणामस्वरूप डियाजियो स्कॉटलैंड को भारी नुकसान हुआ, क्योंकि भारत में उसका 70 प्रतिशत कारोबार जॉनी वॉकर व्हिस्की की बिक्री से जुड़ा था।

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विदेशी फंडिंग पर शक

बता दें, 2018 में सीबीआई ने इस मामले में प्रारंभिक जांच शुरू की थी। जांच के दौरान यह पाया गया कि डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल्स ने "संदिग्ध तरीके से" एडवांटेज स्ट्रेटेजिक प्राइवेट लिमिटेड (ASPL) में फंड्स ट्रांसफर किए थे। ASPL वही कंपनी है जो INX मीडिया मामले और चीनी कर्मचारियों को वीज़ा देने से जुड़े एक अन्य मामले में भी सीबीआई और ईडी की जांच के दायरे में रही है। इन मामलों में कथित रूप से अवैध लाभ के बदले वीज़ा दिए गए थे।

2005 में डियाजियो स्कैंडल का कनेक्शन

डियाजियो स्कॉटलैंड, जो भारत में जॉनी वॉकर व्हिस्की आयात करती थी, 2005 में इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (ITDC) के प्रतिबंध का सामना कर रही थी। ITDC ने ड्यूटी-फ्री शराब की बिक्री पर रोक लगा दी थी, जिससे डियाजियो को बड़ा घाटा हुआ था, क्योंकि जॉनी वॉकर की बिक्री से उनकी 70% आय होती थी।

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INX मीडिया केस में हुई थी गिरफ्तारी

2018 में INX मीडिया मामले में सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उनके पिता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को भी सीबीआई और ईडी ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने अब इस नए मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है, ताकि इन संदिग्ध लेन-देन और फंड ट्रांसफर की सच्चाई सामने लाई जा सके।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 9 January 2025 at 22:58 IST