अपडेटेड 25 April 2024 at 15:37 IST
सैम पित्रोदा के बयान पर मायावती का पलटवार, कहा- 'कांग्रेस की दागदार विरासत से मुक्ति मुश्किल'
मायावती ने कहा कि 'विरासत टैक्स’ की सोच गरीबों की भलाई का कम राजनीति से प्रेरित इनकी ’गरीबी हटाओ’ की चर्चित विफलता से लोगों का ध्यान बांटने का चुनावी प्रयास है।
- भारत
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Mayawati : इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का संप्पति निजी सम्पत्ति पर 'विरासत टैक्स’ को लेकर दिया गया बयान कांग्रेस पार्टी के गले की फांस बनता जा रहा है। जिसे ना तो वो उगल पा रही है और ना ही निगल पा रही है। हालांकि कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान को उनकी निजी राय बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है, लेकिन विरोधी पार्टियों ने राहुल गांधी के सलाहकार के इस बयान पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कांंग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से भारत में धन के वितरण की आड़ में, अमेरिका की तरह, निजी सम्पत्ति पर 'विरासत टैक्स’ की सोच व उसकी पैरवी गरीबों की भलाई का कम व राजनीति से प्रेरित इनकी ’गरीबी हटाओ’ की चर्चित विफलता पर से लोगों का ध्यान बांटने का चुनावी प्रयास ज्यादा लगता है।
उन्होंने कहा कि जहा तक भारत में सम्पत्ति व सरकारी भूमि वितरण आदि से जुड़े मामलों में दलितों व वंचितों के लिए न्याय का सवाल है तो इनकी सरकारों की सही नीयत के अभाव के कारण यहां गरीबी, पिछड़ापन, पलायन की विवशता आदि दूर नहीं हो पायी। कांग्रेस को उसकी ऐसी दागदार विरासत से मुक्ति मुश्किल।
सैम पित्रोदा ने क्या कहा?
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सैम पित्रोदा के एक बयान ने बीजेपी की उस बात को पुख्ता किया है जिसमें वो प्रॉपर्टी बंटवारे की बात करती है। पित्रोदा ने कहा है कि भारत में विरासत टैक्स लगाने पर बहस होनी चाहिए। अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। अगर किसी शख्स के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है। उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को मिलती है, जबकि 55 फीसदी संपत्ति पर सरकार का मालिकाना हक हो जाता है। ये एक बड़ा ही दिलचस्प कानून है।
पित्रोदा ने कहा कि भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है। यहां अगर किसी के पास 10 अरब रुपए की प्रॉपर्टी है तो उसके मरने के बाद उनके बच्चों को सारी की सारी प्रॉपर्टी मिल जाती है। जनता के लिए कुछ नहीं बचता। मुझे लगता है कि इस तरह के मुद्दों पर लोगों को चर्चा करनी चाहिए।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 25 April 2024 at 15:37 IST