अपडेटेड 5 July 2025 at 23:14 IST
महाराष्ट्र में भाषा विवाद अपने चरम पर है, इसी भाषा विवाद ने राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे तो एक मंच पर ला खड़ा किया। महाराष्ट्र में अपनी खोई हुई राजनैतिक जमीन वापस पाने की कोशिश में जुटे उद्धव और राज ठाकरे मराठी भाषा को हथियार बनाकर राज्य की देवेंद्र फडणवीस सरकार पर हमलावर हैं।
मुंबई में शनिवार को भी भाषा के नाम पर गुंडागर्दी की गई। दिग्गज इन्वेस्टर सुशील केडिया के दफ्तर पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने पथराव और तोड़फोड़ किया। इस दौरान वहां मौजूद कुछ सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन खुदको MNS कार्यकर्ता बताने वाले गुंडे नहीं माने। उन्होंने पत्थर फेंके और नारेबाजी की।
बाला साहेब होते तो आज फडणवीस को बुलाकर गले मिलते- नितेश राणे
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के एक साथ आने पर बीजेपी नेता और मंत्री नितेश राणे ने कहा कि जो कहते थे कि अकेला देवेंद्र फडणवीस क्या करेगा, आज इसका जवाब मिल गया। क्या-क्या कर सकता है? जो बाला साहब का सपना था, जिसकी वजह से परेशानी हुई थी उस परेशानी दूर करने का काम देवेंद्र फडणवीस ने किया है। हमारे देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा होनी चाहिए। बाला साहेब होते तो आज देवेंद्र फडणवीस को बुलाकर गले मिलते।
राज और उद्धव के साथ आने के बाद देशद्रोही खुश- नितेश राणे
राज और उद्धव ठाकरे के साथ आने पर नितेश राणे ने कहा लोग जैसे सास भी बहू थी सीरियल देखते थे, आज दोपहर जो हुआ वो सीरियल था। राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के साथ आने के बाद देशद्रोही लोग ज्यादा खुश हुए हैं, जिनको हमारे देश को इस्लाम राष्ट्र बनाना है, वह सारे के सारे देशद्रोही, आज जहां बैठे हो चाहे मोहम्मद अली रोड में बैठे हुए हैं, चाहे बहराम पाडा में बैठे होंगे। वह आज दिल से खुश होकर शीर खुरमा खाते होंगे कि आज हमारे लिए बहुत बड़ा दिन है। आज देशद्रोही लोग बहुत खुश हुए होंगे। आज अच्छी नीद से सोयेंगे। आज कि इस घटना से हिंदू राष्ट्र तोड़ने का काम हुआ है।
पब्लिश्ड 5 July 2025 at 23:14 IST