अपडेटेड 7 March 2025 at 20:54 IST

'अबू आजमी पागल है, मैं मुख्यमंत्री से कहूंगा उनको तो ऐसी सजा मिले कि ...', औरंगजेब विवाद में कैलाश विजयवर्गीय की एंट्री

Maharashtra News : अबू आजमी के बादशाह औरंगजेब की प्रशंसा करने पर कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें पागल करार दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसी बेहूदी बातें करना बहुत गलत है

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Aurangzeb Controversy : समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक अबू आसिम आजमी मुगल बादशाह औरंगजेब की प्रशंसा करने के बाद लगातार विवादों में हैं। अपने बयान को लेकर अबू आजमी माफी भी मांग चुके हैं और उनको महाराष्ट्र विधानसभा से 26 मार्च को सत्र समाप्त होने तक निलंबित भी किया जा चुका है। इस सबके बाद भी BJP नेता लगातार उनपर हमलावर हैं। अब कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया है।

मध्य प्रदेश के इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि 'अबू आजमी पागल हैं। आज समाज जाग्रत हो गया है, उसके सामने ऐसी बेहूदी बातें करना बहुत गलत है। उनको ऐसी सजा देनी चाहिए कि इस तरह कि बयानबाजी कोई दूसरा आदमी ना करे।' उन्होंने कहा कि इस बारे में मैं मुख्यमंत्री से भी बात करुंगा।

क्या था अबू आजमी का बयान?

अबू आजमी ने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल के दौरान भारत की सरहद अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमा) तक पहुंच गई थी। मुंबई के मानखुर्द शिवाजी नगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक ने दावा किया, ‘‘हमारा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विश्व जीडीपी का 24 प्रतिशत था और भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था।’’ औरंगजेब और मराठा शासक छत्रपति संभाजी महाराज के बीच लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर आजमी ने इसे राजनीतिक लड़ाई करार दिया था।

BJP विधायकों और नेताओं ने अबू आजमी के इस बयान को औरंगजेब की प्रशंसा में की गई टिप्पणी मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान बताया है। मुंबई पुलिस ने आजमी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से धर्म या धार्मिक आस्था का अपमान करने हेतु जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से कृत्य करना), धारा 302 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर बयान देना) और धारा 356 (1) एवं 356 (2) (मानहानि) के तहत मामला दर्ज किया है।

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अबू आजमी विधानसभा से निलंबित

सपा विधायक अबू आसिम आजमी को मुगल बादशाह औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली टिप्पणी के कारण बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा से 26 मार्च को खत्म होने वाले बजट सत्र की शेष अवधि के लिये निलंबित कर दिया गया। आजमी ने उनके साथ नाइंसाफी होने का दावा करते हुए कहा कि टिप्पणी वापस लेने के बावजूद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई।

सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि औरंगजेब की प्रशंसा में बयान देना मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान है। विधानसभा में प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 7 March 2025 at 20:53 IST