अपडेटेड 15 January 2025 at 14:07 IST

Congress Headquarters: इंदिरा या सरदार मनमोहन भवन? किसने लगाया पोस्टर, कांग्रेस के नए दफ्तर के नाम पर क्यों हुआ विवाद

Indira Bhawan: कांग्रेस पर आरोप लग रहा है कि पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत मनमोहन सिंह को दरकिनार करते हुए अपने नए मुख्यालय का नाम इंदिरा भवन रखा है।

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New Congress Headquarters Indira Bhawan
New Congress Headquarters Indira Bhawan | Image: X

Indira Bhawan Or Manmohan Bhawan: कांग्रेस मुख्यालय का अब पता बदल गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लुटियंस बंगला जोन में 24 अकबर रोड के बजाय अब पहचान मध्य दिल्ली में 9-ए, कोटला रोड से होगी। कांग्रेस की 139 सालों से चली आ रही विरासत के लिए ये ऐतिहासिक क्षण है, लेकिन शुरुआत विवाद के साथ हो रही है। दिसंबर 2009 में जिस नए भवन की आधारशिला सोनिया गांधी के साथ मनमोहन सिंह ने रखी, उसे 'इंदिरा भवन' नाम दिया गया है। ऐसे में कांग्रेस पर आरोप लग रहा है कि पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत मनमोहन सिंह को दरकिनार करते हुए अपने नए मुख्यालय का नाम 'इंदिरा भवन' रखा है। विपक्ष भी ये आरोप लगा रहा है।

कांग्रेस मुख्यालय को लेकर विवाद एक पोस्टर से शुरू हुआ। भवन के उद्घाटन से पहले नए कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पोस्टर लगे देखे गए, जिसमें मांग की गई कि इसका नाम 'सरदार मनमोहन सिंह भवन' रखा जाए। अज्ञात पोस्टरों ने मनमोहन सिंह का समर्थन किया, 9-ए, कोटला रोड पर बने नए ऑफिस को 'सरदार मनमोहन सिंह भवन' नाम दिया, जबकि कांग्रेस ने नए AICC मुख्यालय का नाम पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखा है। हालांकि कांग्रेस ने इस 'भ्रम' को खारिज किया और दावा किया कि पोस्टर 'बाहरी लोगों' की तरफ से लगाए गए।

कांग्रेस के भीतर विवाद में बीजेपी कूदी

बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस की तरफ से अपने नए मुख्यालय का नाम मनमोहन सिंह के बजाय इंदिरा गांधी के नाम पर रखने की आलोचना की है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला 'X' पर लिखते हैं- 'कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के सम्मान पर गंदी राजनीति की, लेकिन अब अपने नए मुख्यालय का नाम मनमोहन सिंह के नाम पर रखने की भारी मांग के बावजूद, उन्होंने उन्हें नजरअंदाज कर दिया और इसका नाम इंदिरा गांधी के नाम पर रख दिया। सिख समुदाय को गाली देना और उनका अपमान करना, हमेशा परिवार को प्राथमिकता देना शर्मनाक मानसिकता है। नरसिम्हा राव जी, अंबेडकर जी, प्रणब दा और सभी दिग्गजों का कांग्रेस ने अपमान किया है।'

पार्टी के बचाव में उतरे कांग्रेसी नेता

फिलहाल कांग्रेस इस विवाद पर बचाव की स्थिति में आकर खड़ी हो गई है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला कहते हैं कि मेरा मानना ​​है कि नए कार्यालय से नई ऊर्जा का प्रवाह होगा और यहीं से अच्छे काम की शुरुआत होगी। इंदिरा भवन सभी को स्वीकार है। इंदिरा गांधी के नाम पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है।

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कांग्रेस ने क्यों रखा नए ऑफिस का इंदिरा भवन नाम?

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के मुताबिक, 1920 से 1947 तक कांग्रेस का मुख्यालय इलाहाबाद में स्वराज भवन था। स्वराज भवन में ही इंदिरा गांधी जी का जन्म हुआ था और इसीलिए इस भवन का नाम 'इंदिरा भवन' रखा गया है। खड़गे ने बताया कि आजादी के बाद मुख्यालय इलाहाबाद से दिल्ली आया। साल 1969 में जंतर-मंतर रोड से निकलकर राजेंद्र प्रसाद मार्ग पर रहा, इसके बाद 1978 से अब तक 24 अकबर रोड पर मुख्यालय है।

बुधवार को कांग्रेस के नए मुख्यालय 'इंदिरा भवन' का उद्घाटन सीपीपी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नए मुख्यालय में झंडा फहराया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस मुख्यालय का शिलान्यास 28 दिसंबर 2009 को कांग्रेस के 125वें स्थापना दिवस पर सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुआ था।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 15 January 2025 at 12:59 IST