अपडेटेड 30 June 2025 at 13:23 IST
BJP नेता सुधांशु त्रिवेदी ने तेजस्वी यादव के बयान को लेकर INDI गठबंधन पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भारत के लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे दुर्दांत काले अध्याय आपातकाल के 50 साल पूरे हुए हैं। बहुत दुख की बात है कि कल पटना के उसी गांधी मैदान में जहां आपातकाल के दौरान संविधान की रक्षा और सम्मान के लिए जान की परवाह किए बिना लाखों लोग एकत्रित हुए थे, वहां एक ऐसी रैली हुई जहां INDI गठबंधन के बिहार के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि 'हम संसद से पारित एक कानून को कूड़ेदान में फेंक देंगे।'
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह बहुत गंभीर विषय है। उन्होंने वक्फ बोर्ड के कानून के लिए ऐसा कहा जबकि वह भारत की संसद के दोनों सदनों से पारित है। कोर्ट में विचाराधीन है, एक नहीं आधा दर्जन हाईकोर्ट के जजमेंट बहुत स्पष्टरूप से इलाहाबाद हाईकोर्ट और कलकत्ता हाईकोर्ट के जजमेंट उनके पक्ष में हैं, वोट बैंक की चाहत में जो कुछ भी तेजस्वी यादव और INDI गठबंधन के नेताओं के द्वारा बोला गया है उससे साफ है कि वे संविधान को कूड़ेदान में फेंकने की 50 साल पुरानी मानसिकता से बाहर नहीं आ पा रहे हैं।
INDI गठबंधन बताए क्या बिहार में शरिया कानून लागू करने की सोच रहे- BJP
तेजस्वी यादव के बयान पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बीजेपी और NDA गठबंधन इस बात के लिए संकल्पित है कि बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को और उसके किसी भी प्रावधान को कोई कूड़े में फेंकना चाहेगा तो हम उसे नहीं होने देंगे। मैं INDI गठबंधन से पूछना चाहता हूं कि क्या आप बिहार में सउदी अरब, इंडोनेशिया, तुर्की और ISIS से ज्यादा बड़ा शरिया कानून लागू करने की सोच रहे हैं? हमें इस बात का सीधा और स्पष्ट जवाब चाहिए। मैं राजद और सपा जैसे दलों से पूछना चाहता हूं कि समाजवाद तो धन का समान वितरण होना चाहिए यह कहता है लेकिन आप कह रहे हैं कि 49 लाख एकड़ जमीन पर चंद लोगों का कब्जा होना चाहिए। यह एक सोची समझी मानसिकता है जो समाजवाद के विचार से बिल्कुल विपरीत है।
पब्लिश्ड 30 June 2025 at 13:23 IST