अपडेटेड 1 August 2025 at 16:11 IST
'कांग्रेस का लक्ष्य सनातन को निपटाना था, आलाकमान ने सुशील शिंदे पर दबाव बनाया', BJP का राहुल-सोनिया गांधी पर जोरदार हमला
महबूब मुजावर ने दावा किया है कि उन पर दबाव डाला गया था कि वे किसी भी तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत को "भगवा आतंकवाद" के मामले में फंसाकर गिरफ्तार किया जाए। इसके बाद अब BJP ने कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।
- भारत
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Malegaon Blast case : मालेगांव ब्लास्ट केस में महाराष्ट्र एंटी टेरर स्क्वाड (ATS) के पूर्व अधिकारी महबूब मुजावर ने हाल ही में कई सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने दावा किया कि जांच के दौरान RSS प्रमुख मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का आदेश मिला था, ताकि "भगवा आतंकवाद" की थ्योरी को स्थापित किया जा सके। मुजावर के अनुसार, यह आदेश तत्कालीन जांच प्रमुख परमबीर सिंह और उनके वरिष्ठ अधिकारियों से मिला था।
ATS के पूर्व अधिकारी महबूब मुजावर के खुलासे के बाद BJP, कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। संबित पात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि गांधी परिवार के कहने पर पूरी साजिश रची गई थी। कांग्रेस ने सेना, संविधान, संघ और सनातन पर लगातार हमले किए है। BJP लंबे समय से कांग्रेस पर आरोप लगाती आ रही हैं कि वोट बैंक की राजनीति के लिए "भगवा आतंकवाद" या "हिंदू आतंकवाद" जैसे शब्दों को गढ़ा गया।
हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश
संबित पात्रा ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि गांधी परिवार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की थी। ATS अधिकारी महबूब मुजावर को मजबूर किया गया कि किसी भी तरह भगवा आतंकवाद को लेकर मोहन भागवत की गिरफ्तार की जाए, लेकिन उन्होंने कानून और संविधान का हवाला देकर इससे इंकार कर दिया। जबकी मोहन भागवत के खिलाफ कोई सबूत नहीं था।
संबित पात्रा ने तत्कालीन गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने स्वीकार किया था कि कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें "हिंदू आतंकवाद" शब्द का इस्तेमाल करने और इसे प्रचारित करने के लिए मजबूर किया था।
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महबूब मुजावर का खुलासा
पूर्व ATS अफसर महबूब मुजावर ने रिपब्लिक से बात करते हुए दावा किया कि मालेगांव ब्लास्ट के बाद उस समय के जांचकर्ता अधिकारी परमवीर सिंह ने मोहन भागवत को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। मुजावर को बड़े अधिकारियों ने भगवा आतंक की कहानी बनाने के लिए कहा था। उन्होंने दावा किया है कि 'भगवा आतंक' की कहानी बनाने के लिए ऊपर से आदेश मिले थे।
महबूब मुजावर ने दावा किया कि मालेगांव ब्लास्ट केस के प्रमुख जांच अधिकारी परमबीर सिंह ने उन्हें स्पष्ट रूप से मोहन भागवत को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था। मुजावर के अनुसार, यह आदेश न केवल चौंकाने वाला था, बल्कि इसके पीछे एक विशेष एजेंडा भी था। उन्होंने दावा किया कि ATS को भगवा आतंकवाद की कहानी गढ़ने के लिए दबाव डाला गया था, जो पूरी तरह से झूठी थी।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 1 August 2025 at 14:27 IST