अपडेटेड 25 March 2025 at 18:10 IST
'आतंकवाद फैलाता है मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, ऐसी फर्जी संस्था बंद होनी चाहिए', जमाल सिद्दीकी ने जमकर निकाली अपनी भड़ास
जमाल सिद्दीकी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को फर्जी और भ्रष्टाचारी संस्था बताया है।
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Delhi News : वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) के विरोध में All India Muslim Personal Law Board (AIMPLB) ने देशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया है। आंदोलन के पहले चरण में 26 मार्च को पटना में धरनों का आयोजन होगा। मंगलवार को BJP अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को फर्जी और भ्रष्टाचारी संस्था बताया है। उन्होंने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
BJP अल्पसंख्यक मोर्चा ने ईद के लिए ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान शुरू किया है। जिसके तहत पार्टी कार्यकर्ता पूरे देश में ईद से पहले 32 लाख लोगों को सौगात-ए-मोदी की किट देंगे। BJP की इस योजना का फोकस बिहार विधानसभा चुनाव और मुस्लिम मतदाता है। दिल्ली में इस मौके पर जब जमाल सिद्दीकी से मुस्लिम पर्सनल लॉ को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने जमकर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने AIMPLB पर आतंकवादियों बचाने का भी आरोप लगाया।
AIMPLB पर आतंकवाद फैलाने का आरोप
जमाल सिद्दीकी ने कहा कि "इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड खुद एक फर्जी संस्था है। वो मुसलमानों से पैसा इकट्ठा करके भ्रष्टाचार करता है। उसका कोई संवैधानिक रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। ऐसी फर्जी संस्थाओं को बंद कर देना चाहिए। मुसलमानों को लगता है कि बोर्ड यानी सरकार की कोई संस्था। इसलिए उनको चंदा भी देते हैं। उस चंदे का इस्तेमाल आतंकवादियों को बचाने और आतंकवाद फैलाने के लिए करते है। ईद के मौके पर उनकी तरफ से तोहफा भेजा जाना चाहिए, लेकिन उसका इस्तेमाल ऐसे किसी काम के लिए नहीं होता। नफरत फैलाने के लिए, देश में अस्थिरता फैलाने के लिए और आतंकवादियों को छुड़वाने के लिए वो लोग काम कर रहे हैं।"
पर्सनल लॉ बोर्ड करेगा देशव्यापी आंदोलन
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ऐलान किया है कि वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन की शुरुआत बिहार से होगी। आंदोलन के पहले चरण के तहत 26 मार्च को पटना और 29 मार्च को विजयवाड़ा में विधानसभाओं में बड़े पैमाने पर विरोध-धरनों का आयोजन किया जाएगा। इन धरनों में AIMPLB की केंद्रीय नेतृत्व टीम, अलग-अलग धार्मिक और सामाजिक संगठनों के राष्ट्रीय और प्रांतीय प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसके अलाना सिविल सोसाइटी, अल्पसंख्यक समुदायों के प्रमुख प्रतिनिधि, दलित, आदिवासी और OBC वर्गों के नेता भी इन आंदोलनों में भाग लेंगे। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस आंदोलन में शामिल होने के लिए अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं और सांसदों को भी आमंत्रित किया है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 25 March 2025 at 18:09 IST