अपडेटेड 29 August 2024 at 10:34 IST
बंगाल, बिहार तो कभी यूपी... रेप की घटनाओं पर राजनीति से ऊपर सोचना होगा; मायावती ने की ये खास अपील
बसपा सुप्रीमो मायावती ने लगातार सामने आ रही रेप की घटनाओं को दुखद और चिंताजनक बताया। इस दौरान उन्होंने अपील की कि इस मामले पर राजनीति न की जाए।
- भारत
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Mayawati on Rape Cases: देश में रेप की घटनाएं रुकने का नाम ही नहीं ले रही हैं। कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या मामले के कुछ ही दिन बाद बदलापुर से ऐसी ही घटना सामने आई। इसके बाद बिहार, यूपी से भी महिलाओं के साथ अपराध की खबरें मिलीं। इन घटनाओं पर जमकर सियासत भी हो रही है। अब इसे लेकर बसपा चीफ मायावती ने चिंता जाहिर की है, साथ ही कड़े कदम उठाए जाने की बात कही है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने लगातार सामने आ रही रेप की घटनाओं को दुखद और चिंताजनक बताया। इस दौरान उन्होंने अपील की कि इस मामले पर राजनीति न की जाए। उन्होंने कहा, 'देश में कभी बंगाल, कभी महाराष्ट्र के बदलापुर, कभी बिहार में तो कभी यूपी के कन्नौज, आगरा और फर्रूखाबाद जिले आदि में मासूम बच्चियों नाबालिग और महिलाओं पर खासकर रेप, हत्या और आत्महत्या आदि की हो रही घटनाएं बेहद दुखद और चिंताजनक है। केंद्र और सभी राज्य सरकारें इस मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सख्त कदम उठाएं, ताकि ऐसी घटनाएं होना जल्दी बंद हो। इसकी आड़ में राजनीति न की जाए यही समय की मांग और महिलाओं के हित में भी है।
राष्ट्रपति ने कोलकाता कांड की कड़ी आलोचना की
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार (29 अगस्त) को कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक ऑन ड्यूटी फीमेल डॉक्टर के साथ हुए रेपकांड की कड़ी आलोचना की थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'बस, अब बहुत हो गया। निराश और भयभीत। कोलकाता में जब छात्र, डॉक्टर और नागरिक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तब भी अपराधी खुलेआम घूम रहे थे। कोई भी सभ्य समाज बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचार की मंजूरी नहीं दे सकता।'
राष्ट्रपति मुर्मू ने आगे कहा कि अक्सर एक निंदनीय मानसिकता महिलाओं को कमतर इंसान, कम शक्तिशाली, कम सक्षम और कम बुद्धिमान के रूप में देखती है। निर्भया के बाद से 12 सालों में अनगिनत बलात्कारों को समाज द्वारा भुला दिया गया है। यह सामूहिक भूलने की बीमारी घृणित है।
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रेपकांड को लेकर आक्रोश
बता दें कि रेपकांड को लेकर लोगों में आक्रोश है। विरोध प्रदर्शन अब भी चल रहे हैं। बीते दो दिन (27-28 अक्टूबर) कोलकाता में हालात बेकाबू नजर आए। यहां 'नबन्ना' तक मार्च और 'बंगाल बंद' के दौरान हुए प्रदर्शन में जमकर बवाल मचा।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 29 August 2024 at 10:34 IST