अपडेटेड 31 March 2025 at 09:15 IST
'WhatsApp वाला ज्ञान लेना बंद करें', औरंगजेब विवाद पर राज ठाकरे की एंट्री, बोले- 'इतिहास को जाति और धर्म के चश्मे से...'
औरंगजेब विवाद को लेकर अब मनसे चीफ राज ठाकरे की एंट्री हो गई है। औरंगजेब 'फैन क्लब' पर भड़कते हुए मनसे चीफ ने कहा कि WhatsApp पर इतिहास पढ़ना बंद करें।
- भारत
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औरंगजेब को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने औरंगजेब विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। राज ठाकरे ने WhatsApp से इतिहास पढ़कर ज्ञान लेना बंद करें। इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी औरंगजेब के समर्थकों की क्लास लगाई थी।
राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में औरंगजेब के नाम पर हो रहे विवाद के बीच कहा, "मुगल शासक औरंगजेब ने शिवाजी की विचारधारा को खत्म करने की कोशिश की, लेकिन वह इसमें विफल रहा और अंत में महाराष्ट्र में ही मारा गया। एक विशाल क्षेत्र का शासक होने के बावजूद, औरंगजेब छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद भी महाराष्ट्र में रहा क्योंकि वह शिवाजी महाराज की विरासत को मिटाना चाहता था- एक ऐसा कार्य जिसे वह अंततः पूरा करने में असफल रहा।"
इतिहास जानने के लिए किताबों को पढ़ें
लोगों को इतिहास जानने के लिए किताब पढ़ने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास को जाति और धर्म के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। व्हाट्सएप पर भेजे गए संदेशों के आधार पर इतिहास को समझने से बचें और सही ऐतिहासिक तथ्यों को जानने के लिए किताबों को पढ़ें।
औरंगजेब विवाद पर भड़के राजनाथ सिंह
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "रानी चेन्नमा ने औरंगजेब जैसे निर्दयी शासक के खिलाफ मराठा शासकों का सहयोग किया था। कुछ लोग मुगल शासक औरंगजेब को अपना आदर्श मानते हैं, जिसने अन्य धर्मों के अनुयायियों पर अत्याचार किए। औरंगजेब ने भारत की क्षमता को न केवल नगर के आधार पर बांटा, बल्कि बहुत सारे दूसरे मजहब के लोगों पर जुल्म भी ढाने का काम किया। भारत के स्वतंत्रता संग्राम को जनांदोलन में बदलने में महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री मोदी ने भी 18वीं सदी की रानी नचियार की प्रशंसा करते हुए उन्हें ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने वाली प्रेरणादायी शख्सियतों में से एक बताया है।"
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 31 March 2025 at 09:15 IST