अपडेटेड 30 March 2025 at 20:47 IST
अमित शाह ने नीतीश कुमार के आवास पर राजग नेताओं से मुलाकात की
अमित शाह और नीतीश कुमार ने राजग सहयोगियों के साथ इस साल के अंत में प्रस्तावित राज्य विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की।
- भारत
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सहयोगियों के साथ इस साल के अंत में प्रस्तावित राज्य विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की। यह बैठक मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख कुमार के आधिकारिक आवास एक अणे मार्ग पर हुई।
गोपालगंज में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक रैली को संबोधित करने के बाद शाह, मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे। इस रैली में शाह ने नीतीश कुमार के साथ मंच साझा किया और 8,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की केंद्रीय तथा राज्य परियोजनाओं की शुरुआत की।
जद(यू) प्रमुख ने शाह को गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया और फिर दोनों नेता बैठक में शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने बैठक के बाद पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में कहा, ‘‘चुनावी साल है। गठबंधन कैसे और ज्यादा मजबूती के साथ जनता के बीच जाए, ऐसे विषयों पर चर्चा हुई ।’’
संभावना है कि चिराग की पार्टी लोकसभा चुनाव में अपने शानदार प्रदर्शन का हवाला देते हुए विधानसभा चुनाव में ‘‘सम्मानजनक’’ हिस्सेदारी की मांग कर सकती है।
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वर्तमान में, चिराग की पार्टी का राज्य विधानसभा में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, लेकिन पिछले साल के लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी ने सभी पांच सीट पर जीत हासिल की थी।
चिराग का राजनीतिक रुतबा तब बढ़ा जब उन्होंने लोकसभा चुनाव में हाजीपुर सीट पर करीब दो लाख मतों से जीत हासिल की। इस सीट का उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान ने कई बार प्रतिनिधित्व किया था।
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चिराग ने मुख्यमंत्री आवास पर ‘‘बस कुछ मिनटों’’ के लिए हुई इस बैठक के बारे में कहा, ‘‘चर्चा के लिए ज्यादा विषय नहीं थे।’’
बैठक में राज्य मंत्रियों सहित जद(यू) और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अलावा केंद्रीय मंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी और राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी भाग लिया। नीतीश कुमार पिछले दो दशकों से बिहार में राजग का ‘‘चेहरा’’ रहे हैं, लेकिन अटकलें हैं कि जद(यू) प्रमुख के कथित खराब स्वास्थ्य को देखते हुए भाजपा इस बार अपने फैसले पर पुनर्विचार कर सकती है।
पहले, नीतीश कुमार कई बार अचानक राजग का साथ छोड़ चुके हैं। हालांकि, कुमार यह दोहराते रहे हैं कि वे हमेशा के लिए राजग में वापस आ गए हैं।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 30 March 2025 at 20:47 IST