अपडेटेड 27 February 2025 at 21:05 IST
UP: 75 करोड़ लोगों के स्नान का दावा करने के बाद अखिलेश ने महाकुंभ पर CM योगी को दे डाली सलाह, बताया इससे हुई कमाई कहां लगाएं
अखिलेश यादव ने कहा परंपरा कुंभ से धन कमाने की नहीं बल्कि अर्जित धन को दान करने की रही है।
- भारत
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महाकुंभ 2025 का सफल आयोजन संपन्न हो चुका है। 66.30 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इन 45 दिनों में संगम में आस्था की डुबकी लगाई। किसी एक आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने का विश्व कीर्तिमान महाकुंभ में ही बना है। महाकुंभ के समापन पर सीएम योगी ने इसके सांस्कृति और धार्मिक महत्व के बार में बताते हुए इस दौरान हुई आर्थिक गतिविधियों के बारे में बताया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वास्तव में महाकुंभ एक वैश्विक आयोजन बना है। 2024 में 65 करोड़ पर्यटक और श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के विभिन्न तीर्थ स्थलों पर आए थे। 45 दिनों में प्रयागराज में 66 करोड़ 30 लाख श्रद्धालु आ चुके हैं। नए-नए रिकॉर्ड बनते हुए दिखाई दे रहे हैं। जो सांस्कृतिक संपन्नता के साथ आर्थिक संपन्नता को भी दर्शा रहा है।
पुरातन परंपरा का निर्वहन करते हुए इस धन का कल्याणकारी सदुपयोग करें - अखिलेश
महाकुंभ में 45 दिनों में हुई आर्थिक गतिविधियों पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तंज कसा है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि महाकुंभ से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में कई लाख करोड़ की कमाई हुई है। इस बात को सच मानते हुए मुख्यमंत्री जी से ये निवेदन है कि वो पुरातन परंपरा का निर्वहन करते हुए इस धन का कल्याणकारी सदुपयोग करें क्योंकि परंपरा कुंभ से धन कमाने की नहीं बल्कि अर्जित धन को दान करने की रही है।
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इसी पुरातन परंपरा का निर्वहन करते हुए माननीय से आग्रह है कि:
- इस अर्जित धन में से ही मृतकों के परिजनों को क्षतिपूर्ति और घायलों के उत्तम उपचार के लिए धन का प्रबंध किया जाए।
- इसमें से कुछ पैसा जो हज़ारों लोग लापता हैं, उनको खोजने और घर पहुँचाने के लिए बचाकर रख लेना चाहिए।
- इस अकूत कमाई में से ही उन दुकानदारों के घाटे की पूर्ति की जाए, जिन्होंने उप्र सरकार की बदइंतज़ामी की वजह से मेले में दुकान लगाकर घाटा उठाया है।
- इसमें से कुछ रक़म समस्त मेलाकर्मियों को होली के बोनस के रूप में देने की घोषणा करनी चाहिए।
- माननीय को महादानी सम्राट हर्षवर्धन से प्रेरणा लेते हुए अधिकांश धन प्रयागराज के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए दान कर देना चाहिए।
- लाखों-करोड़ों की इस राशि में से कुछ पैसा ‘सत्य बोलने की प्रेरणा’ देनेवाले और ‘नैतिकता’ सिखानेवाले किसी ‘आत्म सुधार’ के सत्यनिष्ठ संस्थान के निर्माण के लिए देना चाहिए।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि और इन सबके बाद भी अगर कुछ धन बच जाए तो उन मीडियाकर्मियों और कैमरामैनों को दे दिया जाए जिन्होंने आपके कहने पर कैमरा वहाँ नहीं लगाया जहाँ महाकुंभ के गोरखधंधे के सच का भंडाफोड़ करती हुई सच्ची तस्वीरें थीं।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 27 February 2025 at 21:05 IST