अपडेटेड 16 March 2025 at 19:35 IST
'हम जिस घर में रहते थे वहां कोई खिड़की नहीं थी बस...', Lex Fridman Podcast में पीएम मोदी ने बताया कितना खास था उनका गांव
लेक्स फ्रिडमैन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि, आपके बचपन की बात करते हैं, आप एक कम संपन्न परिवार से आते हैं, कुछ के लिए ये प्रेरणा की कहानी है
- भारत
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PM Modi Lex Fridman Podcast: अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गांव के बारे में न सिर्फ बताया बल्कि अपनी निजी जिंदगी के बारे में भी खुलकर बातचीत की। पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन ने PM मोदी के साथ तीन घंटे का एक पॉडकास्ट अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया है। इस पॉडकास्ट में लेक्स फ्रिडमैन ने पीएम मोदी से कई खास सवाल पूछे, जिसका जवाब प्रधानमंत्री ने खास अंदाज में दिया और खुलकर अपने बारे में बातचीत की।
लेक्स फ्रिडमैन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि, आपके बचपन की बात करते हैं, आप एक कम संपन्न परिवार से आते हैं और फिर सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री बन जातें हैं, आपकी कहानी कुछ लोगों के लिए प्रेरणा की कहानी हो सकती है। आपका परिवार भी ज्यादा संपन्न नहीं था, बचपन में आप एक कमरे के घर में रहते थे, आपका घर मिट्टी का था.. पूरा परिवार उसमें रहता था। कम सुविधाओं ने कैसे आपको एक बेहतर व्यक्तित्व बनाया ? इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हां वो एक मिट्टी के घर में रहते थे, उनकी मां और पिताजी दोनों बहुत मेहनत करते थे। इसके साथ पीएम मोदी ने अपने गांव के बारे में भी बताया कि उनका गांव कितना ऐहतिहासिक है और उनकी कर्मभूमि काशी भी ऐतिहासिक शहरों में से एक है। आइये जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी ने और क्या क्या बताया।
मेरा जन्म गुजरात के छोटे से गांव में हुआ- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म गुजरात के मेहसाना जिले के एक छोटे टाउन वडनगर में हुआ, इस गांव के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताते हुए कहा- ‘मेरा जन्म गुजरात के एक छोटे से गांव वडनगर में हुआ, मैं जिस परिवेश में रहता था, मेरे स्कूल और गांव की कुछ विशेषताएं रही। जब मैं स्कूल जाता था तो एक सजन थे, वह मुझे बोलते थे कि अगर तुम कहीं जाओ और वहां कुछ अच्छा लिखा हो, तो उसे स्कूल के एक कोने में लाकर रख देना।’
मेरे गांव में 12 वीं सदी का मंदिर है- PM मोदी
पीएम मोदी ने बताया- ‘मैं जैसे जैसे बड़ा हुआ मुझे पता चला की मेरा गांव बहुत ऐतिहासिक है। जहां हिंदू, जैन और बौद्ध तीनों धर्म की शिक्षा का केंद्र था। हमारे गांव में 12वीं सदी का बना हुआ मंदिर आज भी है। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो कुछ जगह खुदाई करवाई, जिसमें 2000 साल पुराने सबूत मिले, जिसके बाद हमारे गांव में पुरानी चीज़ो का म्यूजियम बनवाया गया। वहीं चमत्कार भी देखों की मेरी कर्मभूमि काशी भी सबसे ऐतिहासिक है। जो सैकड़ों वर्षो पुरानी है।’
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मिट्टी के छोटे से कमरे में पूरा परिवार रहता था- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘मैं अपने पूरे परिवार के साथ गांव में रहता था, छोटी सी जगह थी, एक कमरे के घर में रहते थे जिसमें खिड़की भी नहीं थी, एक छोटा-सा दरवाजा था, गरीबी में मेरा जीवन निकला, लेकिन हमने कभी गरीबी को बोझ नहीं बनने दिया, हमने तो जूते तक भी नहीं पहने थे, इसलिए कंपेयर या कॉम्पीटिशन जैसी होड़ नहीं थी, हमारी मां मेहनत करती थी, पिताजी डिसिप्लिन सिखाते थे पैदल काम पर जाते थे।’
मेरे पिताजी बहुत मेहनत करते थे- प्रधानमंत्री मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा- ‘मेरे पिताजी जूते पहनते थे वो बहुत हार्ड जूते थे तेज आवाज करते थे, जब काम पर जाते थे तो लोग समझ जाते थे जूतो की आवाज से वो बोलते थे दामोदर भाई हमेशा टाइम पर पहुंचते हैं। मेरे पिता जी देर रात तक काम करते थे। इन सबके बावजूद, इन परिस्थितियों ने हमारे मन में कभी प्रभाव पैदा नहीं किया। हम खुशी से रहते थे। मुझे याद है एक बार मैं स्कूल जा रहा था तब मेरे मामा ने मुझे पहली बार जूते दिलवाए थे। जो उस समय 10-12 रुपये के आते थे।’
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 16 March 2025 at 19:14 IST