अपडेटेड 10 December 2025 at 20:38 IST
'PM मोदी की गति... कई बार इनका अनुकरण करने की कोशिश करते हैं तो BP बढ़ जाता है', अमित शाह ने लोकसभा में ऐसा क्यों कहा?
Amit Shah in Parliament, PM Modi: केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा, " 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बने, तब से इन्हें (विपक्ष) आपत्ति है। हम 2014 से 2025 तक, लोकसभा और विधानसभा मिलकर कुल 44 चुनाव जीते हैं। लेकिन वो (विपक्ष) भी अलग-अलग विधानसभा मिलाकर कुल 30 चुनाव जीते हैं। अगर मतदाता सूची भ्रष्ट है, तो क्यों शपथ ली?"
- भारत
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Amit Shah in Parliament, PM Modi: आज देश के संसद भवन के लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 'चुनाव सुधारों पर चर्चा' पर अपना जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि दो दिन संसद की कार्यवाही नहीं चल सकी। लोगों के बीच इस तरह का संदेश देने की कोशिश की गई कि हम चर्चा नहीं चाहते।
उन्होंने आगे कहा कि हम बीजेपी और एनडीए के लोग डिबेट से कभी नहीं भागे। संसद सबसे बड़ी पंचायत है। अमित शाह ने कहा कि चर्चा तय हुई थी चुनाव सुधारों के लिए, लेकिन ज्यादातर विपक्ष के सदस्यों ने SIR पर ही चर्चा की। SIR पर एकतरफा चार महीने से झूठ फैलाया गया और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया। इस दौरान अमित शाह ने पीएम मोदी के बारे में भी अपनी बात कही।
...तो बीपी बढ़ जाता है- अमित शाह
अमित शाह ने संसद के लोकसभा में पीएम मोदी के बारे में भी अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एक दिन भी छुट्टी नहीं लेते हैं और लगातार जनता का काम करते हैं। शाह ने कहा , "मैं जानता हूं नरेंद्र मोदी जी को। 2001 से मैं बता सकता हूं। एक भी दिन की छुट्टी नहीं, एक भी वेकेशन नहीं। लगातार जनता का काम कर रहे हैं। मैंने उनको कभी भी छुट्टी में नहीं देखा।"
उन्होंने पीएम मोदी की गति को अपने द्वारा पकड़ने की कोशिश को लेकर भी जिक्र किया। अमित शाह ने आगे कहा, "कई बार इनका (पीएम मोदी) अनुकरण करने का प्रयास करते हैं तो बीपी बढ़ जाता है। "
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चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था- अमित शाह
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव आयोग पर अपनी बात कही। उन्होंने कहा देश के संविधान के अनुच्छेद 324 से चुनाव आयोग की रचना हुई, एक प्रकार से चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है। संविधान में चुनाव आयोग का गठन, उसकी शक्तियां, चुनावी प्रक्रिया, मतदाता की परिभाषा और मतदाता सूची को तैयार करने तथा उसे सुधारने का प्रावधान किया गया और प्रावधान जब किया गया तब हमारी पार्टी बनी ही नहीं थी।
उन्होंने आगे कहा संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत चुनाव आयोग का गठन, चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति, लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, इन सभी चुनावों का संपूर्ण नियंत्रण चुनाव आयोग को दिया गया है। और चुनाव आयुक्त एक से अधिक हों तो यह नियंत्रण Election Commissioner को दिया है।
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अगर मतदाता सूची भ्रष्ट है, तो क्यों शपथ ली?- शाह
अमित शाह ने कहा कि हम भी विपक्ष में बैठे हैं, हम जितना चुनाव जीते हैं, उससे ज्यादा हारे हैं। हम लोगों की पौना जिंदगी विपक्ष में चली गई। लेकिन हमने चुनाव आयोग या चुनाव आयुक्त पर कभी आरोप नहीं लगाया है।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा, “ 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बने, तब से इन्हें (विपक्ष) आपत्ति है। हम 2014 से 2025 तक, लोकसभा और विधानसभा मिलकर कुल 44 चुनाव जीते हैं। लेकिन वो (विपक्ष) भी अलग-अलग विधानसभा मिलाकर कुल 30 चुनाव जीते हैं। अगर मतदाता सूची भ्रष्ट है, तो क्यों शपथ ली?”
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 10 December 2025 at 20:38 IST