अपडेटेड 10 December 2025 at 20:05 IST

आजादी के बाद पहली बार वोट चोरी से जवाहर लाल नेहरू प्रधानमंत्री बने... गृह मंत्री अमित शाह ने 3 वोट चोरी की घटना का किया जिक्र

Amit Shah in Parliament: अमित शाह ने पूर्व की कांग्रेस सरकार की भी बात कही। उन्होंने कहा कि जब इनके जमाने में चुनाव होते थे, बिहार और यूपी में पूरे के पूरे पर्चों के बक्से गायब हो जाते थे। ईवीएम आने के बाद यह सब बंद हो गया। चुनाव की चोरी बंद हुई है, इसलिए पेट में दर्द हो रहा है।

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Amit Shah in Parliament
अमित शाह | Image: BJP/X

Amit Shah in Parliament: देश की संसद में शीतकालीन सत्र जारी है। आज भी संसद के लोकसभा में 'चुनाव सुधारों पर चर्चा' हुई। इस मौके पर लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी बात कही।

गृह मंत्री ने कहा, "हमने दो दिन तक विपक्ष से चर्चा की कि इसको दो सत्र बाद किया जाए, लेकिन नहीं माने, तो हमने हां कर दी।" उन्होंने आगे कहा कि चर्चा तय हुई थी चुनाव सुधारों के लिए, लेकिन ज्यादातर विपक्ष के सदस्यों ने SIR पर ही चर्चा की। SIR पर एकतरफा चार महीने से झूठ फैलाया गया और जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया।

अमित शाह ने वोट चोरी के तीन उदाहरण दिए। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद पहली बार वोट चोरी से जवाहर लाल नेहरू प्रधानमंत्री बने। आइए जानते हैं गृह मंत्री अमित शाह ने किन 3 वोट चोरी की घटना का किया जिक्र...

अमित शाह ने तीन घटनाओं का किया जिक्र 

संसद के शीतकालीन सत्र में गृह मंत्री अमित शाह ने बोलते हुए पूर्व की कांग्रेस सरकार और इनके नेताओं पर वोट चोरी के आरोप लगाए। उन्होंने कुल तीन घटनाएं बताईं। 

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  1. संसद के लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि वोट चोरी की जहां तक बात है, प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों के वोट से तय हुआ। उन्होंने बताया आजादी के बाद जितने भी प्रांत थे, तो इसके कांग्रेस के अध्यक्ष होते थे। उनके एक-एक वोट से तय होना था। अब 28 वोट (प्रदेश अध्यक्षों के) सरदार पटेल को मिलें और दो वोट जवाहर लाल नेहरू जी को। और साहब प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जी बने।
  2. अब आगे गृह मंत्री ने दूसरे प्रकार की वोट चोरी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दूसरी वोट चोरी अनैतिक तरीके से चुनाव जीतना। अमित शाह ने कहा कि इंदिरा गांधी रायबरेली से चुनाव जीतीं और राजनारायण इलाहाबाद हाई कोर्ट गए कि यह चुनाव नियमों के अनुसार नहीं हुआ। कोर्ट ने तय कर दिया कि इंदिरा गांधी ने उचित तरीके से चुनाव नहीं जीतीं हैं और हम इसको रद्द करते हैं। मान्यवर यह भी वोट चोरी थी और बहुत बड़ी वोट चोरी थी। उसके बाद में उस वोट चोरी को ढंकने के लिए संसद में कानून लाया गया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ केस ही नहीं हो सकता।
  3. तीसरी वोट चोरी का प्रकार मैंने बताया कि योग्यता नहीं है और मतदाता बन गए। अभी-अभी एक वाद दिल्ली के सिविल अदालत में पहुंचा है कि सोनिया गांधी इस देश का नागरिक बनने से पहले मतदाता थीं। विपक्ष के हंगामे पर शाह ने कहा कि केस चल रहा है, ये फैक्चुअल है। जवाब तो सोनिया गांधी को कोर्ट में देना है। वहीं, केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सोनिया गांधी उस चुनाव में वोटर नहीं थीं। गृह मंत्री को चुनौती देता हूं कि वो यह साबित करें। विपक्ष ने नियम 352 के तहत आपत्ति की। इस पर स्पीकर ने कहा कि इसे हमने भी पढ़ा है। गृह मंत्री ने कोई फैसला नहीं दिया है। एक मामला आया है, उसका बस संदर्भ दिया है। अमित शाह ने कहा कि अभी मैंने कॉन्क्लूजन नहीं दिया है। कॉन्क्लूजन तो उनके जवाब देने के बाद फिर से बताऊंगा।

चुनाव की चोरी बंद हुई तो पेट में दर्द हो रहा- अमित शाह 

अमित शाह ने पूर्व की कांग्रेस सरकार की भी बात कही। उन्होंने कहा कि जब इनके जमाने में चुनाव होते थे, बिहार और यूपी में पूरे के पूरे पर्चों के बक्से गायब हो जाते थे। ईवीएम आने के बाद यह सब बंद हो गया।

चुनाव की चोरी बंद हुई है, इसलिए पेट में दर्द हो रहा है। दोष ईवीएम का नहीं है, चुनाव जीतने का तरीका जनादेश नहीं था, भ्रष्ट तरीका था। आज ये एक्सपोज हो चुके हैं।

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Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 10 December 2025 at 19:36 IST