अपडेटेड 21 September 2025 at 17:41 IST
नवरात्रि के पहले दिन से ही GST की नई दरें होंगी लागू, अब वन नेशन, वन टैक्स का सपना साकार- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम पांच बजे राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा, बचत उत्सव से हर देशवासी का पैसा बचेगा। कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत हो रही है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम पांच बजे राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा, बचत उत्सव से हर देशवासी का पैसा बचेगा। कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत हो रही है। कल से हर घर में खुशियां बढ़ेंगी। केंद्र और राज्यों की वजह से ये संभव हो सका है। हर राज्य की शंका समाधान किया गया है। वन नेशन, वन टैक्स का सपना साकार होगा। टैक्स के जाल से परेशानी होती थी, लेकिन जीएसटी रिफॉर्म से सब कुछ आसान बन गया।
पीएम मोदी ने कहा, रिफॉर्म एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया होती है। जब समय बदलता है, देश की जरूरत बदलती है तो नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म भी जरूरत होते हैं। जीएसटी के नए स्वरूप में मुख्य रूप से पांच और 18 फीसदी के दो ही स्लैब होंगे। रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगी। जिन सामानों पर पहले 12 फीसदी टैक्स लगता था, उसमें 99 फीसदी चीजें अब पांच फीसदी टैक्स के दायरे में आ गई हैं।
जीएसटी का बनाया प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि 2014 में देश ने अवसर दिया तो देशहित में और जनहित में जीएसटी को प्राथमिकता बनाया। हर राज्यों की शंका का निवारण किया। हर सवाल का समाधान खोजा। सबको साथ लेकर आजाद भारत का इतना बड़ा टैक्स रिफॉर्म संभव हो पाया। यह केंद्र और राज्यों के प्रयासों का नतीजा था कि देश दर्जनों टैक्स जाल से मुक्त हुआ। वन नेशन, वन टैक्स का सपना साकार हुआ।
उन्होंने कहा कि इससे रोजमर्रा इस्तेमाल की चीजें और सस्ती हो जाएंगी। स्वास्थ्य और जीवन बीमा अनेकों सेवाएं टैक्स फ्री होगी या फिर केवल पांच फीसदी टैक्स देना होगा। जिन समानों पर केवल 12 फीसदी टैक्स लगा करता था। उनमें से 99 फीसदी चीजें अब 5 फीसदी टैक्स के दायरे में आ गई है।
न्यू मिडिल क्लास को डबल बोनांजा
12 लाख रुपए इनकम टैक्स राहत देकर उपहार दिया। अब गरीबों की भी बारी है। न्यू मिडिल क्लास की बारी है। अब गरीब को, न्यू मिडिल क्लास को डबल बोनांजा मिल रहा है। जीएसटी कम होने से देश के नागरिकों के लिए अपने सपने पूरा करना और आसान होगा। उन्होंने कहा कि इस कदम का उद्देश्य अमेरिकी श्रमिकों को उनकी जगह किसी और को लाए जाने से बचाना है।
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Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 21 September 2025 at 17:16 IST