पब्लिश्ड 16:11 IST, February 3rd 2025
कौन हैं वो सांसद, जो तोड़ रहे थे कार्यवाही के दौरान सदन में मेज? लोकसभा स्पीकर ओम बिरला बोले- और जोर जोर से मारिए, अगर...
Parliament Session: लोकसभा में विपक्ष के हंगामे से स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए। इस दौरान कांग्रेस के सांसद प्रद्युत बोरदोलोई पर भी स्पीकर भड़क गए।

Lok Sabha: लोकसभा में सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भारी हंगामा हुआ। संसद के कई विपक्षी सदस्यों ने सोमवार को सत्र के दौरान लोकसभा के अंदर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें पिछले हफ्ते महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग की गई। सांसदों ने 'कुंभ पर जवाब दो' जैसे कई नारे लगाए और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग की। इसी दौरान विपक्ष के सांसदों की तरफ से सदन में मेज पर कथित तौर पर मेज तोड़ने की बात सामने आई। इसको लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी भड़क गए थे।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने असम की नौगांव सीट से कांग्रेस के सांसद प्रद्युत बोरदोलोई को प्रश्नकाल के दौरान सवाल पूछने को कहा था, लेकिन वो सदन में हंगामा कर रहे दूसरे सांसदों का साथ देते रहे। इस दौरान स्पीकर बिरला को सांसद प्रद्युत बोरदोलोई से ये कहते हुए देखा गया कि 'लोगों ने आपको संसद में सवाल पूछने के लिए भेजा है, टेबल तोड़ने के लिए नहीं। अगर आप यही करना चाहते हैं, तो इसे जोर जोर से मारो, तोड़ दो।'
लोकसभा में पूरे प्रश्नकाल के दौरान जारी हंगामा
लोकसभा में पूरे प्रश्नकाल के दौरान हंगामा जारी रहा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को बार-बार सदन में हंगामा कर रहे सांसदों से अपनी सीटों पर जाने का आग्रह करते हुए भी देखा गया। स्पीकर ने सांसदों को उनके काम और कर्तव्य की याद भी दिलाई। ओम बिरला ने कहा कि विपक्षी सांसद संसद का सुचारू संचालन नहीं चाहते हैं। स्पीकर के बार-बार समझाने पर भी विपक्ष के सांसद हंगामा करते रहे। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कहा कि विपक्षी सांसदों को ये समझना चाहिए कि इस दृष्टिकोण से संसद के सुचारू संचालन में मदद नहीं मिलेगी। उन्होंने विरोध कर रहे सांसदों से सदन के कामकाज में बाधा न डालने का आग्रह किया।
राज्यसभा से विपक्ष के सांसदों ने किया वॉकआउट
लोकसभा की तरह ही राज्यसभा में हंगामा चला। महाकुंभ के मुद्दे पर चर्चा की मांग करने वाले विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट भी किया और मांग की कि यूपी सरकार मृतकों की सूची जारी करे। कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने कहा, 'लोकसभा में विपक्ष महाकुंभ त्रासदी पर चर्चा की मांग करता है और सरकार से जवाब चाहता है। चूंकि इसकी अनुमति नहीं दी गई, इसलिए हम अपनी आवाज उठाते रहते हैं।' राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि लोग जवाबदेही चाहते हैं और ऐसे मुद्दों पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'चिंता की बात ये है कि पूरा देश उन लोगों के बारे में चिंतित है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। कुंभ उनसे पहले भी होता था और कुंभ उनके बाद भी होगा। कुंभ निरंतरता की चीज है, लेकिन राजनीतिक दल नहीं, लोग जवाबदेही चाहते हैं। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।'
अपडेटेड 16:11 IST, February 3rd 2025