अपडेटेड 16:22 IST, January 31st 2025
'तीसरे कार्यकाल में 3 गुना तेज गति से काम', महिला-युवा से किसान और तकनीक तक, राष्ट्रपति के 59 मिनट के अभिभाषण की बड़ी बातें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। उन्होंने संसद में लगभग 59 मिनट का भाषण दिया और सरकार के कामों की सराहना की।

Parliament Session: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। उन्होंने संसद में लगभग 59 मिनट का अभिभाषण दिया और सरकार के कामों की जमकर सराहना की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड देश के सामने रखा। इसके अलावा राष्ट्रपति ने अपने तकरीबन 59 मिनट के अभिभाषण में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का विजन भी स्पष्ट कर दिया।
संसद के बजट सत्र की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने तीसरे कार्यकाल में सभी के लिए आवास के उद्देश्य की पूर्ति के लिए ठोस कदम उठाए हैं। भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को आज मेरी सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। तीसरे कार्यकाल में तीन गुना तेज गति से काम हो रहा है। फिलहाल यहां राष्ट्रपति के अभिभाषण की 10 प्रमुख बातों को बताते हैं...
1. मिडिल क्लास के सपने पूरा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध- मुर्मू
राष्ट्रपति ने कहा कि जब देश के विकास का लाभ अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी मिलने लगता है तभी विकास सार्थक होता है। यही अंत्योदय की वो भावना है जिसके प्रति मेरी सरकार संकल्पित रही है। गरीब को गरिमापूर्ण जीवन मिलने से उसमें जो सशक्तिकरण का भाव पैदा होता है, वो गरीबी से लड़ने में उसकी मदद करता है। मध्यम वर्ग जितने बड़े सपने देखेगा देश उतनी ही ऊंची उड़ान भरेगा। मेरी सरकार ने मुक्त स्वर से मध्यम वर्ग के योगदान को न सिर्फ स्वीकारा है बल्कि हर मौके पर उसे सराहा भी है। मध्यम वर्ग का अपने घर का सपना पूरा करने के लिए भी मेरी सरकार प्रतिबद्ध है। घर के लिए लोन पर सब्सिडी दी जा रही है। हर विषय की पढ़ाई के लिए सीटों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी का बहुत लाभ मध्यम वर्ग को मिला है।
2. महिलाओं के नेतृत्व में देश को सशक्त बनाने में विश्वास- राष्ट्रपति
अभिभाषण में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सरकार महिलाओं के नेतृत्व में देश को सशक्त बनाने में यानी महिला नेतृत्व विकास में विश्वास करती है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 91 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों को सशक्त किया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य देश में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का है। लगभग 50 लाख लखपति दीदी, बीते 6 महीने में बनी हैं। ड्रोन दीदी योजना महिलाओं के आर्थिक और तकनीकी सशक्तिकरण का माध्यम बनी है। नेशनल डिफेंस अकैडमी में भी महिला कैडेट्स की भर्ती शुरू हो गई है। बेटियां आज ओलंपिक में मेडल लाकर देश को भी गौरवान्वित कर रही हैं।
3. फिट इंडिया मूवमेंट से सशक्त युवाशक्ति का निर्माण- द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में कहा कि युवा स्टार्टअप्स, स्पोर्ट्स से लेकर स्पेस तक हर फील्ड में देश का नाम रोशन कर रहा है। आज देश में डेढ़ लाख से अधिक स्टार्टअप हैं जो इनोवेशन के स्तंभ के रूप में उभर रहे हैं। सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए आधुनिक शिक्षा व्यवस्था तैयार कर रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि वो दिन भी दूर नहीं जब भारत में निर्मित गगनयान में एक भारतीय नागरिक अंतरिक्ष में जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश में विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स वातावरण बनाने की दिशा में खेलो इंडिया स्कीम; टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम यानि TOPS; राष्ट्रीय स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने जैसे कई कदम उठाए हैं। फिट इंडिया मूवमेंट चलाकर हम सशक्त युवाशक्ति का निर्माण कर रहे हैं।
4. सरकार ने 10 साल में में प्रगति के नए अध्याय लिखे- राष्ट्रपति
उन्होंने कहा कि सरकार ने 10 साल में प्रगति के जो नए अध्याय लिखे हैं। आज भारत डिजिटल टेक्नॉलाजी की फील्ड में एक प्रमुख ग्लोबल प्लेयर के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहा है। दुनिया के बड़े देशों के साथ ही भारत में 5G सर्विसेस की शुरुआत इसका एक बड़ा उदाहरण है। भारत की यूपीआई टेक्नोलॉजी की सफलता से दुनिया के कई विकसित देश भी प्रभावित हैं। आज 50 प्रतिशत से ज्यादा रियल टाइम डिजिटल ट्रांजैक्शन भारत में हो रहा है। गांव में भी बैंकिंग सेवाएं और UPI जैसी वर्ल्ड क्लास टेक्नॉलाजी उपलब्ध है। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार साइबर सिक्योरिटी में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है। इसके फलस्वरूप भारत ने ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स में टियर-1 स्टेटस प्राप्त कर लिया है।
5. वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर फोकस- द्रौपदी मुर्मू
अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि बीते दशक में भारत ने वर्ल्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण के कई माइल स्टोन्स तय किए हैं। इस आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर से दुनिया में भारत की छवि मजबूत हुई है, इन्वेस्टर्स का भारत के प्रति भरोसा बढ़ा है, उद्योगों को बल मिला है और नए रोजगार का निर्माण हो रहा है। मेरी सरकार देश के हर हिस्से को हाइवे, एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के द्वारा परियोजनाओं को पूरा करने की गति तेज हुई है।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत को गति देने के लिए हमारे शहरों को फ्यूचर रेडी बनाना जरूरी है। इस दिशा में सरकार ने शहरी सुविधाओं का आधुनिकीकरण कर उन्हें एनर्जी एफिशिएंट बनाने पर जोर दिया है। साथ ही नए शहरों के विकास की भी नींव रखी जा रही है। मेरी सरकार ने लगभग 28 हजार करोड़ रुपये के निवेश से देश भर में 12 इंडस्ट्रिअल नोड और शहरों के पास 100 औद्योगिक पार्क बनाने का भी निर्णय लिया है। आसान कनेक्टिविटी और अर्बन टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए देश में 15 रोपवे प्रोजेक्ट्स की योजना पर भी काम हो रहा है।
6. हर वर्ग तक सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं- राष्ट्रपति
संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि समाज के हर वर्ग तक सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचें, ये सरकार की प्राथमिकता है। अस्पताल, इलाज और दवा की व्यवस्था के कारण एक सामान्य परिवार में स्वास्थ्य पर होने वाला खर्च निरंतर कम हो रहा है। देश में नागरिकों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए एक लाख पचहत्तर हज़ार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। कैंसर दवाओं को कस्टम ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है। सर्वाइकल कैंसर के लिए अब तक लगभग 9 करोड़ महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। दिमागी बुखार से लड़ने में देश को काफी सफलता मिली है। इससे होने वाली मृत्यु दर अब घटकर छह प्रतिशत रह गई है। भारत में मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में भी व्यापक सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार अगले 5 सालों में देश के मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार नई सीटों के सृजन के लिए भी काम कर रही है।
7. आधुनिक और आत्मनिर्भर कृषि व्यवस्था सरकार का लक्ष्य- मुर्मू
राष्ट्रपति मुर्मू ने कृषि को लेकर सरकार की योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि भारत में आधुनिक और आत्मनिर्भर कृषि व्यवस्था हमारा लक्ष्य है। सरकार किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व का सबसे बड़ा दूध, दाल और मसालों का उत्पादक है। सरकार ने खरीफ और रबी फसलों के एमएसपी में निरंतर बढ़ोतरी की है। पिछले एक दशक में धान, गेहूं, दलहन, तिलहन और मोटे अनाज की खरीद पर 3 गुना ज्यादा राशि खर्च की गई है।
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 6 महीने में फसलों की जलवायु अनुकूल, बायो-फॉर्टिफाइड और अच्छी उपज देने वाली 109 उन्नत प्रजातियां किसानों को सौंपी गई हैं। देश में कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के लिए सरकार ने कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड योजना के दायरे का विस्तार किया है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार को और बढ़ावा मिलेगा। देश में तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने और खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के उद्देश्य से नेशनल मिशन ऑन ऑयलसीड्स को स्वीकृति दी गई है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी राष्ट्रीय मिशन चलाया जा रहा है।
8. सरकार ने बनाए तीन मजबूत स्तंभ- राष्ट्रपति मुर्मू
बजट सत्र के अभिभाषण में द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत के विकास के लिए सरकार ने रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म तीन मजबूत स्तंभ बनाए हैं। आज ये शब्द पूरी दुनिया में भारत के नए गवर्नेंस मॉडल का पर्याय बन गए हैं। सरकार ने उन मौलिक सिद्धांतों को हमेशा अपनी कार्यनीति के केंद्र में रखा जिनका निर्देश हमारे संविधान ने दिया है। संविधान के आलोक में सरकार की प्रमुख सैद्धान्तिक प्रेरणा है- सेवा! सरकार मानती है कि 140 करोड़ देशवासियों की सेवा ही सरकार का प्रमुख कर्तव्य है। विकसित भारत की यात्रा में कोई भी छूटने ना पाए, इस ध्येय के अनुरूप मेरी सरकार सेचुरेशन अप्रोच के साथ काम कर रही है।
9. मेक इन इंडिया से मेक फॉर द वर्ल्ड की ओर बढ़े हैं- मुर्मू
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार राष्ट्र प्रथम की भावना को लेकर आगे बढ़ रही है। देश की सीमाओं की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक काम किए हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता में हमें बहुत उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। हम मेक इन इंडिया से मेक फॉर द वर्ल्ड की ओर बढ़े हैं। इससे देश में रोजगार के नए अवसर भी बन रहे हैं। अभिभाषण में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि वैश्विक अस्थिरता के वातावरण में भारत आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक स्थिरता का स्तम्भ बनकर विश्व के सामने आदर्श पेश कर रहा है। आज बड़े से बड़े वैश्विक मंच पर भी भारत अपने हितों को मजबूती के साथ आगे रखता है। विश्व बंधु की छवि मजबूत करते हुए विश्व में कई आपदाग्रस्त इलाकों में भारत ने तुरंत सहायता भरा हाथ बढ़ाया है।
10. हमारा एक ही संकल्प, एक ही लक्ष्य विकसित भारत- राष्ट्रपति
अपने भाषण के आखिरी में राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा भारत 140 करोड़ आबादी वाला देश है। हमारे यहां अलग-अलग क्षेत्र, अलग-अलग भाषाएं हैं, लेकिन एक राष्ट्र के रूप में हमारी एक ही पहचान है- भारत। हमारा एक ही संकल्प है, एक ही लक्ष्य है- विकसित भारत। आने वाले सालों में देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हम सभी दृढ़ संकल्पित हैं। इस संकल्प में देश के शहीदों की प्रेरणाएं हैं, पूज्य बापू के मानवीय आदर्श हैं और सरदार पटेल जैसी मां भारती की संतानों की ओर से हमें दिलाई गई एकता की शपथ है। हमें इन प्रेरणाओं को आगे रखते हुये एकता के इस सामर्थ्य से विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करना है। जब हम साथ मिलकर बढ़ेंगे तो हमारी भावी पीढ़ियां 2047 में अवश्य विकसित, सशक्त, समर्थ और समृद्ध भारत देखेंगी।
पब्लिश्ड 15:02 IST, January 31st 2025