अपडेटेड 10 January 2024 at 07:12 IST

Pakistan में वो रात 'कत्ल की रात' होती... क्या हुआ था जब PM मोदी ने नहीं उठाया था इमरान खान का फोन?

PM Modi News: पूर्व राजनयिक अजय बिसारिया ने अपनी किताब 'एंगर मैनेजमेंट: द ट्रबल्ड डिप्लोमैटिक रिलेशनशिप बिटवीन इंडिया एंड पाकिस्तान' में कई बड़े खुलासे किए हैं।

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PM Modi and Imran Khan
पीएम मोदी और इमरान खान | Image: PTI

PM Modi News: पूर्व राजनयिक अजय बिसारिया ने अपनी किताब 'एंगर मैनेजमेंट: द ट्रबल्ड डिप्लोमैटिक रिलेशनशिप बिटवीन इंडिया एंड पाकिस्तान' में भारत की बालाकोट स्ट्राइक पर कुछ बड़े खुलासे किए हैं।

उन्होंने कहा- 'पाकिस्तान को भारत द्वारा 9 मिसाइलों के बारे में सूचित किया गया था जो दागे जाने के लिए तैयार थीं। भारतीय मिसाइल हमले के डर से इमरान खान ने पूर्ण सैन्य संकट को टालने के लिए पीएम मोदी से बात करने की सख्त कोशिश की। पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद ने कॉल की व्यवस्था की थी, जिन्होंने दिल्ली में अपने समकक्ष से संपर्क किया। 26 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए बालाकोट हवाई हमले के एक दिन बाद ये घटनाएं सामने आईं।'

स्टोरी की खास बातें

  • भारतीय मिसाइल हमले के डर से कांप गया था इमरान
  • पीएम मोदी से फोन पर बात करने की कर रहा था कोशिश
  • पीएम मोदी ने कट कर दिया था इमरान खान का फोन

अमेरिका और यूके के राजदूतों ने किया था दिल्ली से संपर्क

किताब में लिखा गया है- 'दिल्ली में अमेरिका और ब्रिटेन के दूत भारत के विदेश सचिव के पास वापस आए और दावा किया कि पाकिस्तान स्थिति को कम करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान भी भारत के डोजियर पर कार्रवाई करने और आतंकवाद के मुद्दे को गंभीरता से संबोधित करने के लिए तैयार था।'

बिसारिया ने कहा- 'पीएम मोदी ने एक अभियान भाषण में पुष्टि की थी कि अगर अभिनंदन वापस नहीं आए होते तो वो 'कत्ल की रात' होती। बिसारिया ने यह भी खुलासा किया कि कई देशों ने तब उपमहाद्वीप में विशेष दूत भेजने की पेशकश की थी, लेकिन अब वो जरूरी नहीं था। यहां तक ​​कि चीन ने भी सुझाव दिया था कि वह तनाव कम करने के लिए दोनों देशों में अपने उप मंत्री भेज सकता है। भारत ने विनम्रता से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।'

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आने वाली किताब में किए गए ये 7 बड़े खुलासे

#1. बिसारिया (उस समय इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त के रूप में कार्यरत थे) ने खुलासा किया कि भारत विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को वापस लाने के लिए भारतीय वायु सेना का एक विमान पाकिस्तान भेजने को तैयार था, लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने अनुमति देने से इनकार कर दिया। आपको बता दें कि वर्धमान (अब ग्रुप कैप्टन) ने 27 फरवरी, 2019 को एक पाकिस्तानी जेट को मार गिराया था। पाकिस्तान ने एक दिन पहले ही बालाकोट हवाई हमले की जवाबी कार्रवाई शुरू की थी। वर्धमान को पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था और दो दिन बाद रिहा कर दिया।

#2. पुलवामा आतंकी हमले के जवाब में 26 फरवरी, 2019 को भारत के युद्धक विमानों द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर हमला करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए। बिसारिया का कहना है कि बालाकोट में भारत के हवाई हमलों के अगले दिन अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के राजदूतों को तत्कालीन पाकिस्तान विदेश सचिव तहमीना जांजुआ ने एक ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तानी सेना से मिले एक संदेश के बारे में सूचित किया था।

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#3. बिसारिया ने लिखा- 'संदेश में कहा गया था कि भारत से नौ मिसाइलें पाकिस्तान की ओर इंगित की गई हैं, जिन्हें उस दिन किसी भी समय लॉन्च किया जा सकता है। विदेश सचिव ने दूतों से अनुरोध किया कि वे इस खुफिया जानकारी को अपनी राजधानियों में रिपोर्ट करें और भारत से स्थिति को न बढ़ाने के लिए कहें। राजनयिकों ने तुरंत इन घटनाक्रमों की सूचना दी, जिससे इस्लामाबाद, पी5 कैपिटल्स और उस रात नई दिल्ली में राजनयिक गतिविधियों में तेजी आ गई।'

#4. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों, रूस, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, चीन और फ्रांस को P5 राष्ट्र के रूप में जाना जाता है। बिसारिया ने लिखा- 'उनमें से एक ने उनसे सिफारिश की कि पाकिस्तान को अपनी चिंताओं से सीधे भारत को अवगत कराना चाहिए। इसके बाद पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान अपने भारतीय समकक्ष से बात करना चाहते थे। लगभग आधी रात को मुझे दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त सोहेल महमूद, जो अब इस्लामाबाद में हैं, का फोन आया, जिन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के इच्छुक हैं।'

#5. मैंने ऊपर जाकर देखा और जवाब दिया कि हमारे प्रधान मंत्री इस समय उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन अगर इमरान खान को कोई जरूरी संदेश देना है तो वह निश्चित रूप से मुझे बता सकते हैं। फिर उस रात मुझे कोई कॉल नहीं आई। दिल्ली में अमेरिका और ब्रिटेन के दूत रातभर भारत के विदेश सचिव के पास यह दावा करने के लिए वापस आए कि पाकिस्तान अब स्थिति को कम करने, भारत के डोजियर पर कार्रवाई करने और गंभीरता से काम करने के लिए तैयार है।

#6. भारत की कूटनीति प्रभावी रही थी और पाकिस्तान और दुनिया से उसकी उम्मीदें स्पष्ट थीं, जो संकट को बढ़ाने के विश्वसनीय संकल्प द्वारा समर्थित थी। प्रधान मंत्री मोदी ने बाद में एक अभियान भाषण में कहा था कि सौभाग्य से पाकिस्तान ने घोषणा की कि पायलट को भारत वापस भेजा जाएगा, अन्यथा वो रात कत्ल की रात होती।

#7. मुझे यह भी पता चला कि खान ने चीनियों से कहा था कि उन्हें पाकिस्तान का समर्थन करना चाहिए क्योंकि अमेरिका ने चीन के खिलाफ भारत का समर्थन करने का फैसला किया है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस सरलीकृत भूराजनीतिक आकलन के लिए इमरान खान को तीखी प्रतिक्रिया दी और घोषणा की कि चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तान का समर्थन नहीं करेगा। उन्होंने अपनी पुस्तक में दावा किया- 'जिनपिंग ने खान को सलाह दी थी कि यह अमेरिका ही है जो पाकिस्तान को भारत में मदद कर सकता है। अमेरिका के साथ-साथ अफगानिस्तान के साथ संबंध बनाना पाकिस्तान के हित में होगा।'

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 9 January 2024 at 23:25 IST