अपडेटेड 29 June 2025 at 17:46 IST
पाकिस्तान के वजीरिस्तान में 28 जून को आत्मघाती हमला हुआ था। आतंक को पालने वाले पाकिस्तान ने इसका आरोप भारत के ऊपर लगा दिया। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की जमकर क्लास लगाई। भारत ने पाकिस्तान के इस दावे को निराधार और भ्रामक बताया।
विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक प्रतिक्रिया में कहा, "हमने पाकिस्तान सेना का एक आधिकारिक बयान देखा है, जिसमें 28 जून को वजीरिस्तान में हुए हमले के लिए भारत को दोषी ठहराया गया है। हम इस बयान को पूरी तरह से खारिज करते हैं।"
एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने कहा, "यह पाकिस्तान की आंतरिक समस्याओं को बाहरी रूप देने का एक और प्रयास है। इस तरह की बयानबाजी न तो नई है और न ही विश्वसनीय है।" भारत ने लगातार कहा है कि पाकिस्तान को अपने पड़ोसियों के खिलाफ निराधार आरोप लगाने के बजाय अपनी सीमाओं के भीतर आतंकवाद से निपटने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
भारत का यह बयान पाकिस्तानी सेना की ओर से एक आधिकारिक संचार के जवाब में आया है, जो उत्तरी वजीरिस्तान में एक घातक आत्मघाती बम विस्फोट के तुरंत बाद जारी किया गया था। उस घटना में, एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को एक सैन्य काफिले में घुसा दिया, जिसमें कम से कम 13 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
स्थानीय सरकारी अधिकारी ने कहा, "एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को सैन्य काफिले में घुसा दिया। विस्फोट में 13 सैनिक मारे गए, 10 सैन्यकर्मी और 19 नागरिक घायल हो गए।" इस हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर समूह की आत्मघाती हमलावर इकाई ने ली थी, जो पाकिस्तानी तालिबान से जुड़ा एक गुट है। 2021 में काबुल में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से, पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के साथ अपनी सीमा पर हिंसा में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। इस्लामाबाद ने काबुल पर आतंकवादियों को पाकिस्तान के अंदर हमले करने के लिए अफगान क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति देने का आरोप लगाया है, एक आरोप जिसे तालिबान ने लगातार नकारा है।
पब्लिश्ड 29 June 2025 at 17:46 IST