अपडेटेड May 2nd 2025, 12:50 IST
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया था। अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए पाकिस्तानी नागरिकों को डिपोर्ट किया जा रहा है। मगर अब पाकिस्तान अपने ही नागरिकों को लेने से इनकार कर रहा है। पाकिस्तान की शर्मनाक करतूत की वजह से उसके नागिरकों को आंधी-तूफान के बीच मंदिर में रात काटनी पड़ी। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में PAK के नागरिक अटारी बॉर्डर पर गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
अटारी बॉर्डर पर डिपोर्ट वाले काउंटर को पाकिस्तान ने गुरुवार से ही बंद कर दिया है। जिसके चलते पाकिस्तानी नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। देर रात भारी बारिश के बीच पाकिस्तानी नागरिकों ने बॉर्डर के पास एक मंदिर में शरण लिया और यहीं रात काटी। सुबह से एक बार फिर सभी अटारी-वाघा बॉर्डर पर लाइन में खड़ें हैं। BSF अपनी तरफ से एंट्री दे रहे हैं लेकिन पाकिस्तान की तरफ से गेट नहीं खोला जा रहा है। पाकिस्तानी अपने मुल्क लौटने के इंतजार में टकटकी लगाए गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान की शर्मनाक हरकत की वजह से बॉर्डर पर उसके एक नागरिक ने दम तोड़ दिया। गुरुवार को अटारी बॉर्डर पर एक 69 साल के व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिक को वापस उसके देश डिपोर्ट किया जा रहा था तभी उसे हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई। वो लंबे समय से लाइन में खड़ा रहा मगर पाकिस्तान की तरफ से गेट नहीं खोला गया। मृतक की पहचान अब्दुल वहीद के रूप में हुई है। आज भी बड़ी संख्या में लोग बॉर्डर पर गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
इमीग्रेशन काउंटर ना खुलने के कारण अटारी बॉर्डर पर भारत की तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। हालांकि भारत सरकार ने पाकिस्तानियों को राहत देते हुए सही दस्तावेजों के साथ भारत आए लोगों को कुछ दिन की मोहलत और दे दी है। मगर पाकिस्तान अपने नागरिकों को वापस लेने से इनकार रहा है। कुल 224 भारतीय नागरिक और पाकिस्तानी नागरिक जिनके पास नो ऑब्लिगेशन टू रिटर्न टू इंडिया (NORI) वीजा था, अटारी सीमा पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) के माध्यम से भारत में प्रवेश कर गए। कुल 139 पाकिस्तानी नागरिक दूसरी तरफ गए।
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े एक्शन लिए हैं। इनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, इस्लामाबाद के साथ राजनयिक संबंधों को कम करना और अल्पकालिक वीजा पर आए सभी पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने का आदेश देना शामिल था।
पब्लिश्ड May 2nd 2025, 12:15 IST