अपडेटेड 23 April 2025 at 23:08 IST

पहलगाम हमले में आतंकियों ने बिहार के लाल IB अधिकारी को बनाया निशाना, पत्नी और बच्चों संग कश्मीर पहुंचे थे मनीष रंजन

पहलगाम के आतंकी हमले में बिहार के लाल और IB अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा की मौत हो गई। मनीष अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों संग कश्मीर छुट्टियां मनाने पहुंचे थे।

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Bihar's Son and IB Officer Manish Ranjan Mishra Killed in pahalgam attack.
बिहार के बेटे और आईबी अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा की पहलगाम आतंकी हमले में मौत। | Image: AP/x

Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जिन 26 लोगों को मारा गया है, उनमें से एक बिहार के लाल इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा भी हैं। मनीष मिश्रा बिहार के बेटे थे और फिलहाल वो हैदराबाद में तैनात थे। मनीष बिहार में रोहतास के रहने वाले थे। IB अधिकारी मनीष लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) यात्रा पर मिनि स्विट्जरैंड कहे जाने वाले पहलगाम पहुंचे थे। मनीष के साथ उनकी बच्ची और उनके दो छोटे बच्चे भी थे। उन्हें नहीं पता था कि जिस जगह वो परिवार के साथ छुट्टी मनाने के लिए गए हैं, वहां से वो वापस कफन में लौटेंगे।

इस हमले का दर्द शायद ही कोई परिवार भूल पाएगा, जो भागदौड़ भरी जिंदगी से कुछ वक्त निकालकर लाइफ का कुछ समय अपनी पत्नी, बच्चों या मां-बाप के साथ बिताने के लिए घर से बाहर गए थे, लेकिन लौटे तो अकेले। किसी का बेटा, किसी का पति, किसी का पिता कफन में वापस लौटा। मनीष भी बाकियों की तरह पहलगाम में छुट्टी बिताने निकले थे, लेकिन वो वापस नहीं लौटे। आतंकियों ने उनके हिंदू होने की सजा उन्हें दी।

नाम पूछा और मार दी गोली

IB अधिकारी मनीष रंजन हैदराबाद में एक्साइज डिपार्टमेंट में सेक्शन के पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। मूल रूप से मनीष रोहतास जिले के करगहर थाना के अरुही गांव के रहने वाले थे। जानकारी के अनुसार आतंकियों ने पहले मनीष से उनका नाम पूछा और फिर उनके परिवार के सामने ही उन्हें गोली मार दी। बता दें, मनीष के दो छोटे बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी।

जदयू के अध्यक्ष संजय झा ने जताया दुख

जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष और सांसद संजय झा ने मनीष रंजन की मौत पर दुख जताते हुए कहा, "पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में रोहतास (बिहार) के सपूत, इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी श्री मनीष रंजन की निर्मम हत्या की खबर से मन व्यथित है। वे अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ छुट्टी मनाने जम्मू-कश्मीर गये थे। आतंकियों ने न सिर्फ देश के एक होनहार अधिकारी को हमसे छीन लिया, बल्कि एक बहन के सिर से पति और दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया। दु:ख की इस कठिन घड़ी में हम सभी की संवेदना उनके शोकाकुल परिजनों के साथ है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की चिर शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। हमें विश्वास है, मानवता के खिलाफ इस जघन्य अपराध के दोषियों को NDA सरकार करारा जवाब देगी।"

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 23 April 2025 at 23:08 IST