अपडेटेड May 7th 2025, 13:00 IST
Who is Lt Col Sophia Qureshi: भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिये महज 25 मिनट पर पाकिस्तान में छिपे आतंकियों की कमर तोड़ दी। सैनिकों ने देर रात महज 25 मिनट के अंदर आतंकियों को ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। इस बीच ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना ने प्रेस ब्रीफिंग दी जिसमें दो महिला अधिकारी- सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह भी शामिल रहीं। कौन हैं सोफिया कुरैशी जिनके बारे में हो रही चर्चा? चलिए बताते हैं...
भारत ने बुधवार की सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें भारतीय सेना के तीन मुख्य अधिकारियों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में पूरी जानकारी साझा की। इसमें से एक भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी और उनके साथ दो महिला अधिकारी सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह रहीं। कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सेना के पराक्रम को दुनिया को सामने रखा। साथ ही 'ऑपरेशन सिंदूर' को कब, कहां और कैसे अंजाम दिया गया इसकी पूरी जानकारी दी।
इस बीच इन दोनों महिला अधिकारियों की सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। हर कोई इनके बारे में जानने को उत्सुक है। यह दोनों महिलाएं कौन हैं और भारत सरकार ने इस महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए इन्हें क्यों चुना? इसके बारे में जानते हैं।
भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद NCC ज्वाइन की थी। उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और फिर बाद में वायु सेना में शामिल हो गईं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 दिसंबर 2004 को भारतीय वायुसेना में कमीशन हुई व्योमिका सिंह को मौजूदा समय में सबसे बेहतरीन विंग कमांडर में से एक माना जाता है। उनके पास लड़ाकू हेलिकॉप्टर उड़ाने का शानदार एक्सपीरियंस है। इतना ही नहीं, उन्हें चीता और चेतक जैसे लड़ाकू विमान उड़ाने में महारथ हासिल है। व्योमिंका को वायुसेना में शामिल होने के 13 साल के लंबे समय के बाद 18 दिसंबर 2017 में विंग कमांडर का पद हासिल हुआ था।
सोफिया कुरैशी ने साल 1999 में भारतीय सेना से जुड़ी थीं। उन्होंने 1999 में चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से ट्रेनिंग ली थी। सोफिया कुरैशी कोर ऑफ सिग्नल्स से हैं। वह बायो-केमिस्ट्री में पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त कर चुकीं है। सोफिया के दादाजी भी सेना में अपनी सेवा दे चुके हैं। सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की ऐसी पहली महिला ऑफिसर हैं जिन्होंने 'फोर्स 18' में एक ट्रेनिंग टुकड़ी को लीड किया था। 'फोर्स 18' ASEAN प्लस देशों का बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास होता था जिसमें 18 देशों की सेनाओं ने हिस्सा लिया था। इसके अलावा 2006 में उन्होंने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के तौर पर अपनी सेवा दी थी। वह साल 2010 से शांति स्थापना अभियानों से भी जुड़ी रही हैं। पंजाब बॉर्डर पर ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उनकी सेवा के लिए उन्हें जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का सराहना पत्र मिल चुका है।
पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने बुधवार की रात करीब 1 बजकर 5 मिनट से लेकर 1 बजकर 30 मिनट तक ऑपरेशन सिंदूर चलाया। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि खुफिया सूचनाओं के आधार पर टारगेट पर हमला किया गया ताकि आतंक गतिविधियों की रीढ़ तोड़ी जा सके।
पब्लिश्ड May 7th 2025, 13:00 IST