अपडेटेड May 7th 2025, 11:42 IST
Operation Sindoor: पाकिस्तान में छिपे आतंकियों पर स्ट्राइक के बाद भारत सबूत के साथ पूरी जानकारी दे रहा है। बुधवार तड़के भारतीय सेना के ऑपरेशन के बाद सुबह साढ़े 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस दौरान बताया कि भारत की कार्रवाई आतंक के इंफ्रास्ट्रक्चर को बर्बाद करने और देश में भेजे जाने वाले आतंकियों को अक्षम बनाने के लिए थी।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम में हमला अत्यंत बर्बरतापूर्ण था, जिसमें अधिकतर लोगों को नजदीक से सिर में गोली मारी और उनके परिवार के सामने मारा गया। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर इस तरह से मारा गया कि उन्हें संदेश वापस ले लेना चाहिए। ये हमला स्पष्ट रूप से कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल होने से रोकने के उद्देश्य से किया गया था।
विक्रम मिस्री ने कहा कि हमारी खुफिया जानकारी से संकेत मिला है कि भारत के खिलाफ और हमले होने वाले हैं। इसलिए, रोकने और रोकने के लिए मजबूरी थी और इसलिए आज सुबह भारत ने सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए जवाब देने के अपने अधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि हमारी कार्रवाई नपी-तुली और गैर-बढ़ती, आनुपातिक और जिम्मेदाराना थी। उन्होंने आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने पर ध्यान केंद्रित किया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री कहते हैं, 'ये जरूर समझा गया कि पहलगाम हमले के अपराधियों और योजनाकारों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। एक पखवाड़ा बीत जाने के बावजूद पाकिस्तान की ओर से अपने क्षेत्र में आतंकवादी ढांचे के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।'विदेश सचिव ने कहा, 'खुद को प्रतिरोधी मोर्चा कहने वाले एक समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली। ये ग्रुप संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का मोर्चा है। पहलगाम आतंकवादी हमले की जांच में पाकिस्तान में और पाकिस्तान को भेजे गए आतंकवादियों के संचार नोट सामने आए हैं।'
पब्लिश्ड May 7th 2025, 11:01 IST