अपडेटेड May 7th 2025, 15:46 IST
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला भारत ने पूरा कर लिया है। भारत ने मंगलवार (6 मई) की देर रात को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों पर हमला बोलकर उन्हें नेस्तनाबूद कर दिया। भारत के हमले के बाद पाकिस्तान में आतंकी कैंपों में चीख-पुकार का मंजर दिखाई दिया। मौत के सौदागरों को पहली बार अहसास हुआ कि अपनों की मौत पर कितना दुख होता है। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के मुखिया अजहर मसूद के पूरे परिवार को इंडियन ऑर्मी ने ढेर कर दिया। वहीं पाकिस्तान एंबेसी के बाहर एक हिन्दू संगठन से जुड़ा शख्स केक लेकर पहुंचा है। इस शख्स के साथ पाकिस्तान मुर्दाबाद के झंडे भी हैं। इस शख्स ने पहलगाम हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी एंबेसी के बाहर केक लेकर पहुंचने वाले शख्स का जिक्र करते हुए कहा कि अब हम गर्व से केक काट रहे हैं।
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए भारत की तीनों सेनाओं के ज्वाइंट ऑपरेशन में पाकिस्तान के लगभग 100 से भी ज्यादा आतंकियों को मार गिराया है। भारतीय सेना के ज्वाइंट ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान एंबेसी के बाहर हिंदू संगठन से जुड़ा शख़्स केक लेकर पहुंचा और कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' होने के बाद अब हम गर्व से केक काट रहे हैं। इस शख्स ने इंडियन ऑर्मी जिंदाबाद के फोटो भी साथ में लिए हुए थे। दरअसल इस शख्स ने भी पाकिस्तान से एक तरह का बदला ही लिया है। इसके पीछे की घटना पहलगाम हमले से जुड़ी है। 22 अप्रैल को जब पहलगाम में आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की धर्म पूछकर हत्या कर दी थी तब एक शख्स भारत में पाकिस्तान की एंबेसी के बाहर केक लेकर जश्न मनाने के लिए गया था।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद, देशभर में गुस्से और शोक की लहर दौड़ गई। इन पर्यटकों की विधवाओं ने उजड़े सिंदूर के बदले की मांग की थी और भारतीय सेना ने इस मांग को 'ऑपरेशन सिंदूर' के ज़रिए जवाब में बदल दिया। मंगलवार आधी रात को, भारतीय सेना, वायुसेना और खुफिया एजेंसियों ने मिलकर एक 25 मिनट के ज्वाइंट ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में बने 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। भारत ने सीमा पार किए बिना ही हाई-प्रिसीजन हथियारों जैसे हैमर मिसाइल, स्कल्प क्रूज मिसाइल और लंबी दूरी की स्ट्राइक क्षमताओं का इस्तेमाल किया। इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को निशाना बनाया गया। सबसे बड़ा झटका पाकिस्तान को तब लगा जब बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय 'मरकज सुभान अल्लाह' को नष्ट कर दिया गया। सैटेलाइट इमेजरी से यह पुष्टि हुई कि वहां मौजूद प्रशिक्षण शिविर, जिम्नेजियम, स्विमिंग पूल और हथियार डिपो पूरी तरह तहस-नहस हो गए।
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत से पूरे देश में शोक का लहर थी। लेकिन इससे बिल्कुल उलट दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक कर्मचारी को केक लेकर अंदर जाते देखा गया। मीडिया ने जब उस शख्स से सवाल पूछा तो वो कुछ भी नहीं बोला कि आखिर किस खुशी में ये केक अंदर लेकर जा रहा है। पाकिस्तान दूतावास में केक लेकर जाने को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान खुश है। सच्चाई चाहे जो भी हो लेकिन पाकिस्तान कर्मचारी का जवाब न देना कई सवाल खड़े करता है। रिपब्लिक भारत की रिपोर्टर ने शख्स से कई तरह के सवाल किए कि वो कौन है, और किसके लिए केक ले जा रहा है, या फिर दूतावास के अंदर क्या कोई पार्टी चल रही है या फिर किसने ये केक मंगवाया है, लेकिन उस शख्स ने कोई जवाब नहीं दिया। वह चुपचाप इधर-उधर जाता रहा और बाद में कमीशन के अंदर चला गया।
पब्लिश्ड May 7th 2025, 15:46 IST