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अपडेटेड May 7th 2025, 12:09 IST

Operation Sindooor: भारत ने पाकिस्तान में घुसकर मारा...सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के एयर स्ट्राइक से कितना अलग है ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम का बदला लेते हुए सेना ने एक साथ 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। इस बार भारत की कार्रवाई का दायरा बड़ा था और नुकसान भी ज्यादा हुआ है।

Reported by: Digital Desk
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Operation Sindoor
Operation Sindoor | Image: X

Operation Sindoor: पहलगाम में महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकियों को भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' से जवाब दे दिया है। भारत ने एक बार पाकिस्तान में घुसकर एक साथ 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें गिराकर तहस-नहस कर दिया। भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर साल 2016 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 बालाकोट एयरस्ट्राइक से भी बड़ा माना जा रहा है। इस बार भारत ने आतंकियों को अबतक की सबसे गहरी चोट दी है।

देर रात जब आप अपने घरों में चैन की नींद सो रहे थे। दूसरी तरफ पाकिस्तान में भारत के हमले की खलबली तो पहले से ही मची हुई थी। आज, 7 मई को भारत में होने वाली मॉक ड्रिल को लेकर वो टेंशन में था। इसी दौरान भारत ने देर रात एक बजे पाकिस्तान में 100 KM अंदर तक घुसकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।

9 आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना

ऑपरेशन सिंदूर को सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक से भी भारत की बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। क्योंकि ये दोनों तो एक दायरे तक ही सीमित थी, लेकिन इस बार पहलगाम का बदला लेते हुए सेना ने एक साथ 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। इस बार भारत की कार्रवाई का दायरा बड़ा था और नुकसान भी ज्यादा हुआ है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संदेश दे दिया था कि हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। हुआ भी कुछ ऐसा ही। भारत ने इस बार बहावलपुर सहित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें जैश-लश्कर आतंकी संगठनों के प्रमुख केंद्र शामिल थे।

जैश और लश्कर का हेडक्वाटर तबाह

भारत के इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के मुख्यालय को तबाह कर दिया गया। लश्कर का गढ़ 'मरकज ए तैयबा', जहां 26/11 का आतंकी अजमल कसाब ट्रेनिंग ले चुका था, वो अब मलबे में तब्दील हो चुका है। जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय ‘मस्जिद जश-शुभानअल्लाह’ भी पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया है।

सिर्फ पहलगाम नहीं, हर जख्म का लिया हिसाब

भारत के इस जवाबी हमले को सिर्फ पहलगाम के जवाब के तौर पर नहीं देखा जा रहा, बल्कि ये 26/11 मुंबई हमला, पुलवामा और संसद पर हमले जैसे कई बड़े हमलों का भी जवाब माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनका पुराने हमलों से सीधा संबंध रहा है।

किन 9 जगहों को बनाया गया निशाना?

  • मरकज सुभान अल्लाह बहावलपुर
  • मरकज तैयबा, मुरीदके
  • सरजाल/तेहरा कलां
  • महमूना जोया सुविधा, सियालकोट,
  • मरकज़ अहले हदीस बरनाला, भिम्बर,
  • मरकज अब्बास, कोटली,
  • मस्कर राहील शाहिद, कोटली जिले में स्थित है।
  • मुजफ्फराबाद में शावई नाला कैम
  • मरकज सैयदना बिलाल

कैसे सर्जिकल और एयर स्ट्राइक से अलग है ऑपरेशन सिंदूर?

18 सितंबर 2016 को उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप पर बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें हमारे 19 जवान शहीद हो गए। इसके बाद देशभर में आतंक के खिलाफ कार्रवाई की मांग होने लगी। हमले के ठीक 11 दिन बाद 29 सितंबर को PoK कश्मीर में भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। यह पहला मौका था जब सेना पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को ढेर करके आई थी। स्ट्राइक रात को अंधेरे में उस समय की गई थी, जब आतंकी अपने कैंपों में सो रहे थे।

इसके बाद भी आतंकी सुधरे नहीं। भारत को साल 2019 में गहरा जख्म देते हुए पुलवामा में आतंकियों ने फिर सेना पर बड़ी घटना को अंजाम दिया। पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद भार ने आतंकियों को और कड़ा सबक सिखाने की ठान ली थी। पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थीं। 26 फरवरी की सुबह भारतीय सेना के जांबाज मिराज-2000 लड़ाकू विमान लेकर सीधा पाकिस्तान में घुस गए और बालाकोट में सीधे जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग सेंटर पर एयर स्ट्राइक कर दी।

भारत ने इन दोनों कार्रवाई के जरिए भी आतंकियों को जवाब तो करारा दिया था, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब यह कहा जा सकता है कि बालाकोट तो केवल एक ट्रेलर था, इस बार भारतीय सेना ने पूरी पिक्चर दिखा दी।

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पब्लिश्ड May 7th 2025, 12:09 IST