अपडेटेड May 6th 2025, 10:00 IST
OP Rajbhar Attacks on Jamiat Ulama-i-Hind: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। पाक के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते हुए भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया। इसी को लेकर जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलना अरशद मदनी ने एक बयान दिया था जिस पर ओपी राजभर ने तीखा प्रहार किया है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा है कि जिसे दर्द हो रहा है उन्हें पाकिस्तान जाकर आतंकियों को समझाना चाहिए। अभी तो सिर्फ पानी रोका है, कल उनके शरीर से खून निकाल लिया जाएगा।
यूपी के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'ये भारत सरकार की पॉलिसी है। दुश्मन को पस्त करने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाने है वह सरकार तय करेगी। किसी के कहने से नहीं है।'
ओपी राजभर ने आगे कहा, 'अगर किसी को बहुत दर्द है तो वह जाकर पाकिस्तान में जो आतंकवादी हैं उन्हें समझा दें कि इस तरह की गतिविधि न करें। नहीं तो, अभी तो सिर्फ पानी रोका गया है, कल तुम्हारे शरीर से खून निकाल लिया जाएगा तब क्या करोगे।'
रविवार, 4 मई तो जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सिंधु जल समझौते को रद्द करने पर कहा था कि अगर कोई पानी रोकता है तो रोकने दो। ये नदियां न जाने कितने हजारों सालों से बह रही हैं। पानी को कहां ले जाओगे? ये करना आसान नहीं है। मेरा सरकार से कोई द्वेष नहीं है। प्यार और मोहब्बत की हुकूमत होनी चाहिए। नफरत की हुकूमत नहीं होनी चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा था, 'अगर वह आतंकवादी हैं तो उनके घरों को गिरा दिया जाए, ये अच्छी बात है। लेकिन, अगर वह आतंकवादी नहीं थे और फिर उनके घरों को ध्वस्त किया गया, तो मैं नहीं समझता कि कोई इसकी तारीफ करेगा। मैं मुसलमान हूं, मैं अपनी जिंदगी इस देश में बिता रहा हूं। यहां जिन चीजों को बढ़ावा दिया जा रहा है वो देश के लिए ठीक नहीं है। अगर यह नफरत की सियासत का दरवाजा खुला रहा तो ऐसा दिन आएगा कि हिंदू-मुसलमान सभी के लिए सांस लेना मुश्किल हो जाएगा।'
मौलाना अरशद मदनी के बयान से बवाल मच गया है। सोशल मीडिया पर उनके बयान का विरोध किया जा रहा है। ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद राशिद ने उनके बयान का विरोध जताते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान से इतना प्यार है तो वहीं जाकर क्यों नहीं रहते।
पब्लिश्ड May 6th 2025, 10:00 IST