अपडेटेड 21 May 2025 at 10:03 IST

संभल हिंसा के 5 फरार आरोपी, ढोल लेकर घर पहुंच गई पुलिस; कोर्ट में सरेंडर नहीं तो कुर्क होगी प्रॉपर्टी

संभल की पुलिस ने फिलहाल 5 नाम चुने हैं, जिसमें फरार आरोपी मोहम्मद अत्ता, फैजान, समद, राहिल और शारिक शामिल हैं। इन आरोपियों के घरों पर पुलिस ढोल लेकर पहुंची हुई है। पुलिस ने ढोल बजवाकर कुर्की की मुनादी कराई।

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Sambhal police pasted notices
संभल में पुलिस ने आरोपियों की घर की कुर्की के नोटिस चिपकाए. | Image: Video Grab

Sambhal News: संभल की हिंसा के कई आरोपी अभी तक फरार हैं। पिछले साल नवंबर में संभल को जलाने की कोशिश हुई थी। पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया गया था। सर्वे करने वाले अधिकारियों पर हमला हुआ था। घटना के तकरीबन 6 महीने बीत गए, लेकिन कई आरोपी ऐसे हैं जिनका कोई अता-पता नहीं लग पाया है। इस स्थिति में अब संभल की पुलिस ने एक बड़ा कदम उठाया है।

संभल की पुलिस ने फिलहाल 5 नाम चुने हैं, जिसमें फरार आरोपी मोहम्मद अत्ता, फैजान, समद, राहिल और शारिक शामिल हैं। इन आरोपियों के घरों पर पुलिस ढोल लेकर पहुंची हुई है। पुलिस ने ढोल बजवाकर कुर्की की मुनादी कराई। अगर अब भी ये कोर्ट में सरेंडर नहीं करते हैं तो प्रॉपर्टी कुर्क की जाएगी।

5 फरार लोगों को संपत्ति कुर्की का नोटिस जारी हुआ

अधिकारियों ने बताया कि संभल हिंसा मामले में पहले से आरोपी बताए जा रहे 5 फरार लोगों को मंगलवार को संपत्ति कुर्की का नोटिस जारी किया गया। नोटिस उनकी संपत्तियों की दीवारों पर चिपकाए गए और लाउडस्पीकर का उपयोग करके नामों की सार्वजनिक घोषणा की गई। ये कार्रवाई स्थानीय अदालत की ओर से भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 84 के तहत जारी की गई उद्घोषणा के बाद की गई है, जो न्याय से फरार व्यक्तियों की संपत्ति कुर्क करने की अनुमति देती है। पांचों आरोपी नखासा थाने में दर्ज केस संख्या 304/2024 और 305/2024 में वांछित हैं, जो एक विवादास्पद धार्मिक विवाद के दौरान भड़की घातक हिंसा के बाद दर्ज किए गए थे।

क्यों हुई संभल में हिंसा?

पिछले साल 19 नवंबर को हिंदू समुदाय के लोगों ने चंदौसी कोर्ट में याचिका दायर कर दावा किया था कि शाही जामा मस्जिद मूल रूप से हिंदू मंदिर थी। कोर्ट ने दावों की पुष्टि के लिए मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया। पहला सर्वेक्षण 19 नवंबर की शाम को हुआ और दूसरा 24 नवंबर को कराया जाना था। दूसरे सर्वेक्षण के दौरान बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई और झड़पें शुरू हो गईं। हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई, कई लोग घायल हो गए और बड़े पैमाने पर आगजनी हुई। इस मामले में अब तक 85 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 21 May 2025 at 10:03 IST