अपडेटेड 16 February 2025 at 12:30 IST

Delhi Railway Station Stampede: रेलवे स्टेशन के एंट्री प्वाइंट पर क्यों नहीं हुई मॉनिटरिंग? न होती भगदड़ और न 18 मौत अगर...

स्टेशन में एंट्री से पहले कोई जांच नहीं हुई। इसके चलते बिना टिकट के भी बड़ी संख्या में लोग प्लेटफॉर्म पर पहुंच गए। भीड़ बढ़ती गई और फिर...

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New Delhi Railway Station Stampede
New Delhi Railway Station Stampede | Image: Republic

New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से जो दर्दनाक हादसा बीती रात हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक दुर्घटना में 18 लोगों की जान चली गई। हादसे पर कई सवाल उठ रहे हैं। इन 18 मौतों का जिम्मेदार कौन है? किसकी चूक से इतनी बड़ी घटना हो गई? आखिर  रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ पहुंची कैसे और क्यों एंट्री प्वाइंट पर मॉनिटरिंग नहीं की गई? ऐसा होता तो न तो भगदड़ मचती और न ही हादसे में 18 लोगों की जानें जाती।

शनिवार (15 फरवरी) देर रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्रयागराज महाकुंभ जाने वालों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। इस दौरान 2 ट्रेनें भी देरी से चल रही थी, जिसके चलते काफी भीड़ स्टेशन पर ही मौजूद थी। लोग प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर कुंभ जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। तब ही अनाउंसमेंट हुई कि कुंभ जाने वाली स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर आएगी। इसके बाद लोग वहां दौड़ पड़े और वहां अचानक भगदड़ मच गई।

बिना टिकट के लोग स्टेशन में हुए दाखिल

भगदड़ के पीछे रेल प्रशासन की लापरवाही भी निकलकर सामने आ रही है। जानकारी मिली है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में ऐसे भी लोग पहुंचे गए थे, जिनके पास ट्रेन का टिकट ही नहीं था। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि बिना टिकट के लोग रेलवे स्टेशन के अंदर गए कैसे गए? क्यों एंट्री प्वाइंट पर ही मॉनिटिरिंग नहीं की गई? ऐसा होता तो इस हादसे को टाला जा सकता था।

वहीं, रेलवे प्रशासन हर घंटे 1500 जनरल टिकट भी बेच रहा था। कई लोग इसी उम्मीद ये वहां आए कि टीटी के आने पर टिकट ले लेंगे।

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एंट्री प्वाइंट पर किसी ने नहीं की जांच

प्रत्यक्षदर्शियों का भी यही कहना है कि स्टेशन में एंट्री से पहले कोई जांच नहीं हुई। कोई जांचने वाला या रोकने वाला था ही नहीं। इसके चलते बिना टिकट के भी बड़ी संख्या में लोग प्लेटफॉर्म पर पहुंच गए। इसी वजह से भीड़ बढ़ती गई और हालात आउट ऑफ कंट्रोल होने लगे। अगर एंट्री गेट पर ही जांच होती और सीमित संख्या में ही लोगों को स्टेशन के अंदर भेज जाता, तो हादसा भी टल सकता था।

प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा से मची भगदड़?

बताया जा रहा है कि कुंभ जाने वाली ट्रेन लेने के लिए बड़ी संख्या में यात्री प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़े थे। एएनआई के मुताबिक, एक चश्मदीद ने बताया कि ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा की गई थी। अनाउंसमेंट हुई कि ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर आएगी। लोग प्लेटफॉर्म नंबर 16 की तरफ दौड़े और तब ही वहां भगदड़ मच गई।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 16 February 2025 at 12:30 IST