अपडेटेड 29 July 2025 at 16:10 IST
'नेहरू आपके नाना-दादा हो सकते लेकिन इस देश के पहले प्रधानमंत्री थे, तो हम उनपर सवाल उठाएंगे...', प्रियंका-राहुल पर निशिकांत दुबे का हमला
ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा आज भी जारी है। इसी चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
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Nishikant Dubey in Lok Sabha: ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा आज भी जारी है। इसी चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अभी प्रियंका गांधी कह गईं कि इतिहास से क्या मतलब? लेकिन उन्हें समझना चाहिए और इतिहास से सीखना चाहिए, वर्तमान में जीना चाहिए। उन्हें लगता है कि नेहरू जी पर उनका ही हक है। लेकिन नेहरू जी आपके नाना-दादा हो सकते हैं, वो भारत के पहले प्रधानमंत्री भी थे। और इस वजह से उनके कारनामों पर सवाल उठाने का हक हर किसी को है।
निशिकांत दुबे ने कांग्रेस के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को संबोधित करते हुए कहा, नेहरू की किताब Glimpses of World History का जिक्र किया। उन्होंने इस किताब में महमूद गजनवी के बारे में लिखे गए चीजों को आधार बनाकर कांग्रेस पर हमला किया। उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान क्यों बना, इसके पीछे दो लोग थे। लियाकत और जिन्ना। नेहरू ने अपनी बहन विजय लक्ष्मी पंडित को जब राजदूत बनाया, उसी दिन से लियाकत इतना नाराज हुआ कि भारत के बंटवारे की कसम खा ली। कांग्रेस के अंदर आज भी वही मानसिकता है।
कश्मीर में 370 लगाए जाने पर भी निशिकांत दुबे ने कांग्रेस को घेरा
लोकसभा में बोलते हुए निशिकांत दुबे ने कश्मीर में 370 कैसे लागू हुआ इसका मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, शेख अब्दुल्ला राजा कश्मीर छोड़ो का आंदोलन चलाए हुए थे। उधर जिन्ना ने राजा का साथ दिया। राजा को लगा कि नेहरू मुझे कभी रहने नहीं देंगे, उधर जिन्ना हमारा समर्थक है। इसी वजह से राजा ने महीनों तक भारत में विलय का प्रस्ताव राजा टालते रहे। फिर जो समझौता हुआ, वही परेशानी का सबब बन गया। इसी वजह से कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लागू करना पड़ा।
कांग्रेस आर्मी की इज्जत नहीं करती- दुबे
निशिकांत दुबे ने कहा कि 1972 से लेकर 2007 तक कांग्रेस ने मानेक शॉ को पेंशन तक नहीं दी। कांग्रेस आर्मी चीफ की इज्जत नहीं करती है। 1962 में कांग्रेस ने नेहरू के चचेरे भाई कौल को असम नेपा का हेड बनाया। उस युद्ध में हमारे खिलाफ अमेरिका और चीन थे। जब हम हार गए तो कौल भाग आया। नेहरू ने उस युद्ध में वायुसेना का उपयोग नहीं करने दिया। कांग्रेस ने 1962,1965 और 1971 में कितने एयरक्राफ्ट गिरे यह कभी नहीं बताया। 1948 से पाकिस्तान को आईएमएफ लोन देता रहा, कांग्रेस ने कभी विरोध नहीं दिया। अब पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऋण का विरोध किया। भाजपा के लिए एक-एक नागरिक महत्वपूर्ण है। हर आतंकी को मिट्टी में मिलाएंगे। पीओके को भारत में मिलाएंगे।
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Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 29 July 2025 at 16:10 IST