अपडेटेड 16 June 2024 at 11:04 IST

सत्ता की भूख में तड़पने लगा INDI गठबंधन! BJP के सहयोगियों को बहकाने की कोशिश...प्लानिंग समझिए

18वीं लोकसभा के पहले सत्र में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 जून को होना है। कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि TDP या JDU से किसी को लोकसभा स्पीकर बनना चाहिए।

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Congress president Mallikarjun Kharge, Bihar CM Nitish Kumar
Congress president Mallikarjun Kharge, Bihar CM Nitish Kumar | Image: PTI/File

देश की जनता ने जनादेश नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए को दिया है, लेकिन कांग्रेस मानती है कि एनडीए सरकार गलती से बनी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे यहां तक कह रहे हैं कि NDA सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी। नरेंद्र मोदी के पास जनादेश नहीं है। ये अल्पमत की सरकार है। ये सरकार कभी भी गिर सकती है। इससे क्या माना जाए कि कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों वाला INDI गठबंधन जरूर सत्ता के जुगाड़ में लगा है। खैर, अभी के बयान साफ दर्शाते हैं कि INDI गठबंधन अंदरखाने चाहे जो भी प्लानिंग कर रहा है, लेकिन उसका ध्यान सबसे पहले BJP के सहयोगी दलों को बहकाने पर है।

18वीं लोकसभा के लिए अभी स्पीकर का चुनाव होना है। संख्याबल के हिसाब से एनडीए की तरफ से बीजेपी लोकसभा स्पीकर पद के लिए अपना कैंडिडेट उतार सकती है। इसमें भी कोई दोराय नहीं है कि अकेले बीजेपी को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं है। इस बार बीजेपी को अपने सहयोगियों के सहारे ही चलना है, जिसमें चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP और नीतीश कुमार की पार्टी JDU की भूमिका सबसे अहम है। कांग्रेस ऐसे में बीजेपी के दोनों सहयोगियों का ध्यान भटकाने में लगी है। ये खुद जदयू के नेता केसी त्यागी कहते हैं।

INDI गठबंध की प्लानिंग क्या है?

बार-बार कांग्रेस और अन्य दलों के नेता कह रहे हैं कि TDP या JDU से किसी को लोकसभा स्पीकर बनना चाहिए। इसके पीछे की सियासत ये है कि सबसे बड़ा दल होने की स्थिति में संभावनाएं ज्यादा हैं कि बीजेपी ही अपना कैंडिडेट उतारेगी। अगर विपक्ष की प्लानिंग से TDP या JDU इस पद के लिए अड़ते हैं तो इससे मुश्किल NDA सरकार की भी बढ़ सकती है। वो ऐसे कि स्पीकर पद पर कोई बात बिगड़ी तो NDA सरकार पर खतरा बढ़ जाएगा। बात वही है कि NDA में अकेले किसी एक दल पर बहुमत के लिए संख्याबल नहीं है। ऐसे में सभी को एक-दूसरे के सहारे की जरूरत है। लिहाजा भविष्य में फेरबदल की गुंजाइश अगर होती है तो लोकसभा स्पीकर पद का चुनाव उस मायने से काफी अहम हो जाएगा। उसी खेल के लिए कांग्रेस कहीं ना कहीं NDA की इस एकता में खलल डालने की प्लानिंग के तहत TDP और JDU का ध्यान भड़काने में लगी है।

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केसी त्यागी ने कांग्रेस के इरादों पर पानी फेरा

हालांकि ये NDA की मजबूती है कि कांग्रेस के सुझाव को जदयू के नेता केसी त्यागी एक झटके में खारिज कर देते हैं। INDI गठबंधन के नेताओं की बयानबाजी पर जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी दो टूक शब्दों में कहते हैं कि टीडीपी और जेडीयू एनडीए के साथ हैं। हम बीजेपी की तरफ से (स्पीकर के लिए) नामित व्यक्ति का समर्थन करेंगे। हां, ये बताता जरूर अहम है कि TDP ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। जिस तरह से बीच में चर्चाएं होने लगी थीं कि TDP की नजर लोकसभा स्पीकर पद पर है, उसको लेकर चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने इनकार भी नहीं किया है।

लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 जून को

18वीं लोकसभा के पहले सत्र में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 26 जून को होना है। लोकसभा के चुनाव में जनता कांग्रेस और INDI गठबंधन को नकार चुकी है। कांग्रेस 99 सीटों तक ही सिमट गई, जबकि INDI गठबंधन में शामिल दो दर्जन राजनीतिक दलों को मिलाप भी बहुमत के लिए नंबर नहीं जुटा पाया। इधर, सरकार NDA की बन ही चुकी है और तैयारी लोकसभा स्पीकर पद की है। BJP की तरफ से कैंडिडेट उतारने पर जदयू साथ है तो TDP के रुख पर नजर गड़ने लगी है। बहरहाल, ये चुनाव एनडीए की एकता स्पष्ट कर देगा तो भविष्य की सियासत के लिए कांग्रेस और INDI गठबंधन की रणनीति का भी खुलासा हो सकता है।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 16 June 2024 at 09:40 IST