अपडेटेड 12 August 2025 at 14:14 IST
MP: रक्षाबंधन पर भाई से मिलने हॉस्टल से निकली थी अर्चना, नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से अचानक गायब; सीट पर मिला बैग और राखी का धागा
MP: रक्षाबंधन पर छोटे भाई से मिलने इंदौर के हॉस्टल से निकली अर्चना तिवारी का अबतक कुछ पता नहीं चल पाया है। अर्चना जिस ट्रेन से सफर कर रही थी, वहां से उसके बैग से राखी और मिठाई मिला।
- भारत
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(सत्यविजय सिंह)
मध्य प्रदेश के इंदौर के सत्कार गर्ल्स हॉस्टल से लापता हुई युवती अर्चना तिवारी केस में नया सुराग सामने आया है। सामने आए दो वीडियो में अर्चना को हॉस्टल से बैग पीठ पर टांगे निकलते हुए देखा जा सकता है। यही बैग बाद में परिजनों को नर्मदा एक्सप्रेस में मिला, जिसमें कई राखियां और मिठाई रखी हुई थी।
अर्चना तिवारी के फुफेरे भाई अभिषेक शुक्ला ने बताया कि मामला कटनी जीआरपी में शून्य पर दर्ज कर भोपाल डायरी भेजी गई है। अर्चना का एक छोटा भाई और एक बहन है, जो इस समय जबलपुर में रहती हैं। अभिषेक शुक्ला के मुताबिक, अर्चना तिवारी अभिषेक शुक्ला की सगी मामी की बेटी हैं और वह गर्ल्स हॉस्टल में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी।
ट्रेन में सफर करते हुए लापता हुई युवती...
फिलहाल अर्चना तिवारी के परिजन होशंगाबाद बाईपास पर मौजूद हैं, जहां रेल पुलिस भी उनके साथ है। युवती की तलाश के लिए हर संभव प्रयास जारी है। लापता अर्चना तिवारी गुरुवार शाम को इंदौर से कटनी के लिए नर्मदा एक्सप्रेस से B-3 की बर्थ नंबर 3 पर सवार हो निकली थी और उसने अपनी मां से आखिरी बात गुरुवार रात्रि 10:16 बजे की थी जिसके बाद से उनका नंबर स्विच ऑफ बता रहा है,अर्चना का आखिरी लोकेशन रानी कमलापति स्टेशन पर था जिसके बाद से अर्चना का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है।
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सिविल जज की तैयारी कर रही थी अर्चना
लापता अर्चना तिवारी के भाई अभिषेक शुक्ला ने बताया कि अर्चना जिस बैग को हॉस्टल से निकली थी वह नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से उमरिया जिले में मिला है। जिसमें राखी और मिठाई और कुछ कपड़े और मोबाइल चार्जर मिला है। रेल पुलिस अर्चना को ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अर्चना इंदौर में रहकर सिविल जज की परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
आखिरी बार मां से की थी फोन पर बात
पुलिस और अर्चना तिवारी के भाई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार युवती ने भोपाल स्टेशन पहुंचने तक अपनी मां से फोन पर बातचीत की थी। उसके परिजन उसे लेने के लिए स्टेशन पहुंचे। ट्रेन आई और चली भी गई, लेकिन अर्चना वहां नहीं मिली। शुरुआत में परिवार को लगा कि शायद अर्चना सो गई हो और स्टेशन आने पर उसे ध्यान नहीं रहा। वहीं उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। काफी कोशिशों के बाद भी जब लड़की का पता नहीं चल पाया, तो परिजनों ने अपने पहचान के एक शख्स को घटना की जानकारी दी और ट्रेन में सीट और कोच नंबर बताकर अर्चना के बारे में पता लगाने के लिए कहा।
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जब अगले पड़ाव पर ट्रेन रुकी तो रेल पुलिस के साथ शख्स उसी कोच में पहुंचा, जहां अर्चना की सीट थी। वहां पर अर्चना का सामान तो मिल गया, लेकिन वह नहीं मिली। ट्रेन में अर्चना के आसपास सफर कर रहे लोगों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने भी बताया कि युवती वहीं पर थी, आखिरी बार शायद वॉशरूम के लिए अपने सीट से उठी थी। उसके बाद किसी ने उसे नहीं देखा।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 12 August 2025 at 14:01 IST