अपडेटेड 27 May 2025 at 21:04 IST
Monsoon Update: मौसम विभाग ने दी खुशखबरी, हीट वेव से मिलेगी राहत; सामान्य से ज्यादा होगी बारिश, जानिए ताजा अपडेट
IMD ने अनुमान जताया है कि मानसून जल्दी आने से न केवल अगले महीने जून में बल्कि 4 महीने तक सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। इससे लोगों को हीट वेव से भी राहत मिलेगी।
- भारत
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दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 24 मई 2025 को केरल में दस्तक दे दी है। इस साल 8 दिन पहले ही मानसून आ गया है। मानसून के दस्तक के साथ ही देश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे देश में साउथ वेस्ट मॉनसून पर एक बार फिर बड़ी जानकारी दी है। मौसम विभाग ने साल 2025 में मानसून के दौरान सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना जताई है।
IMD ने मंगलवार को अनुमान जताया है कि मानसून जल्दी आने से न केवल अगले महीने जून में बल्कि 4 महीने तक सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि मानसून आमतौर पर 1 जून को केरल पहुंचता है, लेकिन 8 दिन पहले केरल में दस्तक दे चुका है। । 16 साल के बाद ये घटनाक्रम देखा गया है। इसके पहले 2009 में 23 मई को मानसून ने दस्तक दी थी।
मानसून को लेकर मौसम विभाग ने दी बड़ी अपडेट
IMD के मुताबिक, पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून वर्षा दीर्घावधि औसत (LPA) का 106 प्रतिशत होने की संभावना है, जो सामन्य से अधिक श्रेणी में है। मानसून ऋतु (जून से सितंबर), 2025 के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है। 1971-2020 की अवधि के लिए देश में ऋतुनिष्ठ वर्षा का दीर्घ अवधि औसत 87 सेंटीमीटर है।
2025 में पूरे देश में सामान्य से ज्यादा होगी बारिश
आईएमडी के अनुमान के मुताबिक जून से सितंबर 2025 तक भारत में मौसमी बारिश की दीर्घ अवधि औसत (LPA) का 106 प्रतिशत तक रहेगी। यह 2025 के मानसून सीजन के दौरान पूरे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश की तरफ इशारा करती है। मौसम विभाग के मुताबिक, जून में सामान्य से अधिक बारिश होगी ऐसे में हीटवेव वाले दिनों की संख्या सामान्य से कम हो सकते हैं, और जून में बहुत अधिक हीटवेव वाले दिनों की उम्मीद नहीं है। ऐसे में माना जा सकता है कि लोगों को गर्मी का ज्यादा सामना नहीं करना पड़ सकता है।
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देश के किस हिस्से तक पहुंचा मानसून
दक्षिणी-पश्चिमी मानसून केरल के तट से टकराने के बाद दक्षिण अरब सागर के शेष भागों, पश्चिम-मध्य और पूर्व-मध्य अरब सागर के कुछ भागों, पूरे लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल, माहे, कर्नाटक के कुछ भागों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के शेष भागों में आगे बढ़ गया है। यह 2 सप्ताह पहले मुंबई पहुंच चुका है। अब यह तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश को कवर करेगा। इसके बाद उत्तर की तरफ बढ़ेगा।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 27 May 2025 at 21:01 IST