अपडेटेड 21 June 2024 at 12:12 IST
'पापा का फोन आया, बोले-पेपर की सेटिंग हो गई है', NEET पेपर लीक कांड में छात्र का कबूलनामा
NEET पेपर लीक केस में आरोपी छात्र आयुष ने कबूल किया है कि उसके पिता ने परीक्षा से पहले उसे कोटा से बुला लिया था और बताया था कि पेपर की सेटिंग हो गई है।
- भारत
- 3 min read

NEET पेपर लीक को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं। रोज पूछताछ में नए किरदारों की भूमिका पर से पर्दा उठ रहा है और नीट से जुड़े पूरे नेक्सस का खेल सामने आ रहा है। पहले सिंकदर यादवेंदु, उसके बाद अमित आनंद और नीतीश कुमार के कबूलनामे के बाद पूरा खेल स्पष्ट तौर पर सामने आ गया। हालांकि अब छात्र आयुष राज और उसके पिता अखिलेश ने जो बताया है, वो हैरान कर देने वाला है।
आयुष राज उन छात्रों में शामिल है, जिन्हें कथित रूप से नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के जरिए एग्जाम से एक दिन पहले NEET का प्रश्न पत्र मिल चुका था और एक कमरे में सवालों के उत्तर रटवाए गए थे। आयुष राज के साथ साथ अब उसके पिता अखिलेश ने भी हैरान करने वाला खुलासा किया है।
आरोपी छात्र आयुष का बड़ा खुलासा
पटना पुलिस के सामने आरोपी छात्र आयुष ने कबूल किया है कि उसके पिता ने परीक्षा से पहले उसे कोटा से बुला लिया था और बताया था कि पेपर की सेटिंग हो गई है। आयुष का कबूलनामा है कि 'वो नीट की तैयारी के लिए कोटा गया था। मेरे पिता ने मुझे कोटा से वापस आने को कहा। पिता ने कहा कि परीक्षा पास कराने की सेटिंग हो गई है। कोटा से पटना आने पर हम सिकंदर के पास गए। वहां मुझे सवालों के उत्तर याद करवाए गए। इस बारे में पहले से मुझे कोई जानकारी नहीं थी। परीक्षा देने के बाद मुझे पुलिस ने पकड़ लिया।'
Advertisement
'40 साल में परीक्षा पास की गारंटी'
आयुष राज के कबूलनामे के बाद अब सवाल उठता है कि आयुष का पिता अखिलेश इस पूरे नेक्सस तक पहुंचा कैसे? कैसे अखिलेश इस पूरे खेल में मोहरा बना, जिसका जवाब भी उन्होंने पुलिस की पूछताछ में दिया है। अखिलेश ने बताया कि मेरी सिकंदर से पहले से दोस्ती थी। सिकंदर को कोटा में बेटे के नीट करने की बात बताई। सिकंदर ने 40 लाख में पास कराने की बात कही। मैंने सिकंदर की बात मान ली और उसे सारे कागजात दिए। सिकंदर आयुष को उत्तर याद करवाने के लिए लेकर गया। बच्चे के पास होने पर पैसे देने की बात हुई थी।
पेपर लीक कांड में कई खुलासे बाकी
फिलहाल अखिलेश और आयुष के कबूलनामे से साफ है कि कैसे पेपर लीक के नाम पर इस पूरे नेक्सस ने छात्रों और उसके परिवारों तक अपनी पकड़ बनाई। हालांकि अभी इस मामले में कई और कड़ी जुड़ना बाकी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान जिस अतुल वत्स और अंशुल सिंह का नाम सामने आया था, वो अब पुलिस की रडार पर हैं। ये दोनों इस खेल के सबसे अहम प्लेयर हैं, जिनकी सह पर अमित आनंद और नीतीश कुमार कथित रूप से फिक्सिंग करते थे। फिलहाल बिहार पुलिस आर्थिक अपराध इकाई (EOU) पेपर लीक कांड में 10 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
Advertisement
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 21 June 2024 at 12:12 IST